जवाहर नवोदय विद्यालय सिमार (गरुड़) के 17 बच्चे मंगलवार रात अचानक बीमार हो गए। मंगलवार रात खाना खाने के बाद बच्चों ने पेट दर्द और उल्टी की शिकायत बताई। बच्चों की हालत में सुधार नहीं होने पर बुधवार सुबह स्कूल प्रशासन ने सभी को मोहन सिंह मेहता सीएचसी बैजनाथ में भर्ती कराया।
डॉक्टरों के मुताबिक प्रथमदृष्टया फूड प्वाइजनिंग की शिकायत लग रही है। प्राथमिक उपचार के बाद सभी बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इधर, डीएम ने मामले में जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी को भोजन के नमूने लेने के निर्देश दिए हैं।
जवाहर नवोदय विद्यालय सिमार के कक्षा छह, सात और आठ में पढ़ने वाले 17 बच्चे मंगलवार रात खाना खाने के कुछ देर बाद बीमार हो गए। बीमार बच्चों को बार-बार उल्टी आने स्कूल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। स्कूल प्रशासन बुधवार सुबह बच्चों को प्राथमिक इलाज के लिए मोहन सिंह मेहता सीएचसी लेकर पहुंचा।
अस्पताल के प्रभारी एसएस गुंज्याल ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला फूड प्वाइजनिंग का लग रहा है। डाक्टरों ने बीमार बच्चों का प्राथमिक उपचार किया। कुछ अभिभावकों को बच्चों के बीमार होने से सूचना मिली तो वह अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने डेढ़ घंटे तक बच्चों का इलाज किया। डॉक्टरों ने हालत सामान्य होने पर सभी को छुट्टी दे दी। अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों को अपने साथ घर ले गए हैं। बीमार बच्चों का कहना था कि उन्होंने मंगलवार रात स्कूल कैंटीन में आलू मटर की सब्जी और रोटी खाई। भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष जेसी आर्या ने अस्पताल जाकर बच्चों का हाल जाना और जिला प्रशासन को मामले की सूचना दी।
क्षेत्र में काफी ठंड पड़ रही है। बच्चों को रात में ठंड लगी होगी और उनका स्वास्थ्य खराब हो गया। जहां तक फूड प्वाइजनिंग का सवाल है तो स्कूल के शिक्षकों ने भी वही खाया जो बच्चों ने रात में खाया। स्कूल प्रशासन बच्चों के खानपान पर बेहद सावधानी बरतता है। स्कूल प्रशासन ने ठंड के मद्देनजर स्कूल में सुबह और शाम के शेड्यूल भी बदल दिए हैं।
कमल किशोर तिवारी, प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय, सिमार
जवाहर नवोदय विद्यालय सिमार के 17 बच्चों के अचानक बीमार होने के मामले की जांच करवाई जाएगी। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी को बच्चों की ओर से किए भोजन के नमूने लेने के निर्देश दिए हैं।