लालकुआं। प्रशासन द्वारा हल्दूचौड़ के गंगापुर कबडवाल में किसानों की 150 वर्ष पुरानी काबिज 70 बीघा कृषि योग्य बंजर भूमि किसानों से खाली कराने के खिलाफ ग्रामीणों ने हुंकार भरते हुए क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन बिष्ट को ज्ञापन देते हुए अभिलंब आंदोलन की चेतावनी दी है।
हल्दूचौड़ के ग्राम गंगापुर के एक दर्जन से अधिक कास्तकारों ने क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन बिष्ट को ज्ञापन देते हुए कहा कि विगत लगभग 150 वर्षो से अधिक समय से निरंतर उक्त ग्राम में निवास व खेती किसानी करते आ रहे किसानों की वर्ग-1 संक्रमणीय भूमि के बीच की भूमि को कृषि योग्य भूमि को जिला प्रशासन द्वारा बंजर दिखाकर इस पर खेती किसानी के अधिकार से किसानों को वंचित किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पटवारी की त्रुटी के कारण कृषि योग्य बंजर में अंकित हुई है। ग्रामीणों के अनुसार पुस्तैनी रूप में लगातार लगभग 150 वर्षों से उक्त भूमि में कृषि कार्य किया जा रहा है। उक्त भूमि पर सिचाई हेतु पूर्व से बनी कच्ची गूल को सिचाई विभाग द्वारा 35 वर्ष पूर्व खेती व सिचाई की आवश्यकता के मददेनजर पक्की गूल में परिवर्तित किया गया था। इसके साथ ही नलकूप विभाग द्वारा भी समय समय पर इस भूमि की सिचाई हेतु पक्की गूलों का विस्तार भी किया जाता रहा है।
उक्त भूमि के पश्चिम दिशा में ब्रिटिश काल से ही पत्थर की दिवार का निर्माण तत्कालीन शासन द्वारा कृषि योग्य गाँव की भूमि की सीमा के रूप में किया गया है। इस गाँव के निवासियों के पूर्वज भाबर की बसासत के समय से ही उक्त भूमि पर निवास एवं कृषि कार्य करते आ रहे है।
उन्होंने कहा कि ग्राम गंगापुर कबडवाल के ग्रामवासियों की समस्या को देखते हुए उक्त ग्राम की भूमि के होने वाले हस्तातरण में रोक लगवायी जाये। ज्ञापन देने वालों में संजू कबडवाल, नीरज कबड़वाल, राजीव कबड़वाल, दिनेश चंद्र, सुरेंद्रनाथ, मनोज कुमार, हेम कपिल और दया किशन कबडवाल मौजूद थे। क्षेत्रीय विधायक डॉ मोहन बिष्ट ने सिस्टमंडल को आश्वासन दिया कि वह शासन प्रशासन में वार्ता करके उनकी समस्या का समाधान करायेगे।