पहाड़ी दरकने के कारण शनिवार को अल्मोड़ा हाईवे बंद हो गया था। लगातार मलबा आने के कारण दो दिन बाद भी हाईवे को खोला नहीं जा सका है। हाईवे बंद होने से पहाड़ जाने वाले यात्रियों को और पहाड़ से हल्द्वानी जाने वाले यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मलबा आने के कारण दो दिन से अल्मोड़ा हाईवे बंद
अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग शनिवार को भूस्खलन होने के कारण बंद हो गया था। लेकिन रविवार को भी इसे नहीं खोला जा सका। सोमवार सुबह एक बार फिर से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। रास्ता बंद होने के कारण रूट डावर्ट किए गए हैं। अब यात्री ज्यादा पैसे देकर ज्यादा दूरी तय कर अपने गन्तव्य तक पहुंच पा रहे हैं। जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मलबे को साफ करना बहुत जोखिम भरा
दो दिन से बंद अल्मोड़ा हाईवे को खोलने की कोशिश की जा रही है। लेकिन पहाड़ी से लगातार गिर रहा मलबा और बोल्डर इसमें बाधा बन रहे हैं। जिस कारण प्रशासन और लोक निर्माण विभाग भी इसके सामने लाचार नजर आ रहा है। पत्थर और मलबा गिरने के कारण सड़क पर आए मलबे को साफ करना बहुत जोखिम भरा काम हो गया है।
अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ का है मुख्य मार्ग
आपको बता दें कि अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग बेहद ही अहम मार्ग है। ये मार्ग अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले का मुख्य मार्ग है। मार्ग बंद होने से तीन जिलों के लोगों को दिक्कत हो रही है। वाहनों को रानीखेत होते हुए भेजा जा रहा है। अतिरिक्त फेरा लगने के कारण यात्रियों को किराया भी ज्यादा देना पड़ रहा है। बीते तीन महीने से ये पहाड़ी दरक रही है लेकिन उसका अब तक कोई ट्रीटमेंट नहीं हो पाया है।