खेल प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार, देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और 2021 और 2022 में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता खिलाड़ियों के साथ उनकेे प्रशिक्षकों को भी नकद पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे। देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन को 2019-20 के लिए और 2020-21 के लिए चन्दन सिंह, एथलेटिक्स खिलाड़ी को प्रदान किया जायेगा। इसका ऐलान खेल मंत्रालय ने खेल पुरस्कारों के साथ कर दिया है। खेल पुरस्कार 24 मार्च को परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री देंगे।
भारतीय बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले हैं । लक्ष्य सेन का बैकग्राउंड भी बैडमिंटन से काफी जुड़ा रहा है। उनके दादा सी.एल. सेन को अल्मोड़ा में बैडमिंटन का भीष्म पितामह कहा जाता है । उन्होंने कुछ दशक पहले अल्मोड़ा में बैडमिंटन की शुरुआत की थी। इसके अलावा पिता डी.के. सेन नेशनल लेवल के कोच भी हैं ।
नैनीताल के चंदन सिंह अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट हैं। चंदन सिंह वर्ष 2008 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। चंदन सिंह को वर्ष 2020-21 के लिए देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा जा रहा है। इन पुरस्कारों के साथ ही 2021 और 2022 के राष्ट्रीय स्तर के 168 पदक विजेता खिलाड़ियों और 2 प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। इसके खिलाडियों और प्रशिक्षकों को रूपये 2.09 करोड़ की धनराशि वितरित की जायेगी।