झारखंड आबकारी विभाग में सिपाही भर्ती शारीरिक परीक्षा के दौरान विभिन्न केंद्रों में अब तक कुल 12 उम्मीदवारों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा 4 मौतें पलामू जिले में हुई हैं। हालांकि विपक्षी दल बीजेपी ने 15 उम्मीदवारों की मौत का दावा किया है। इतनी बड़ी संख्या में मौतों के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने परीक्षा को तीन दिन तक रोकने का आदेश दिया है। इसी के साथ उन्होनें कहा कि मौतों की वजह का पता लगाने के लिए हेल्थ स्पेशलिस्टों की एक कमेटी गठित की गई है।
एक्स पर पोस्ट करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने लिखा, मैंने आबकारी सिपाही भर्ती अभियान को तीन दिन के लिए रोकने के निर्देश जारी किए हैं। फिजिकल फिटनेस परीक्षा सुबह नौ बजे के बाद आयोजित नहीं की जाएगी। उन्होनें कहा कि समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। बता दें कि झारखंड आबाकारी सिपाही भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा 22 अगस्त को छह जिलों के सात केंद्रों पर शुरु हुई थी जिसे 9 सितंबर तक चलना था।
इन वजह से हुई होगी मौत
वहीं डॉक्टरों ने कहा कि बिना प्रैक्टिस किए दौड़ लगाने की वजह से समस्या आ सकती है। पुलिस ने कहा कि दौड़ लगाने से पहले उम्मीदवारों ने एनर्जी ड्रिंक और कुछ दवाईयां ली थीं। ये हानिकारक हो सकते हैं। उन्होनें आशंका जताई है कि बिना प्रैक्टिस किए इस तरह की दवाएं या एनर्जी ड्रिंक लेकर परीक्षा में भाग लेने की वजह से ही ये मौतें हुई हैं।
इन लोगों की हुई मौत
बता दें कि जिन लोगों की मौत हुई है उनमें पलामू बिहार के गया के रहने वाले अमरेश कुमार, रांची में ओरमांझी के अजय महतो, छतरपुर के अरुण कुमार और गोड्डा के प्रदीप कुमार, हजारीबाग में गिरीडीह के देवी के रहने वाले सुमित कुमार, पूर्वी सिंहभूम में गिरिडीह के केश्वरी निवासी पिंटू कुमार आदि शामिल रहे