मुनस्यारी : नए साल के जश्न के लिए बाहरी राज्यों के पर्यटक उत्तराखंड के पहाड़ी और ऊंचाई वाली जगह पर पहुंच रहे हैं। इसका खामियाजा भी कइयों को भुगतना पड़ा है। बीते दिन औली में मुंबई के दो पर्यटकों के शव बर्फ में मिले तो वहीं बुरी खबर मुनस्यारी के खलिया टॉप से हैं जहां नए साल का जश्न मनाने 31 दिसंबर को मुनस्यारी जाना युवक-युवतियों को भारी पड़ गया। मनाने खलिया आए अल्मोड़ा निवासी 24 साल के युवक की मौत हो गई।
नए साल का जश्न मनाने गए थे दोस्त
जानकारी मिली है कि शुक्रवार को 3 युवक और 2 युवतियां 31 दिसंबर को नए साल का जश्न मनाने के लिए खलिया के भुजानी में गए थे। जिसमें से 1 युवक दीपक नेगी (24) निवासी अल्मोड़ा को सुबह 4:30 बजे सांस लेने में दिक्कत हुई उसके साथी उसे एक नेपाली मजदूर की मदद से कंधों पर लाद कर थल-मुनस्यारी मार्ग पर खलिया के बलाती तक लाए। सुबह 7 बजे 108 चिकित्सा वाहन से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया डॉक्टरों का कहना है कि युवक की मौत अस्पताल लाने से पहले ही हो चुकी थी। सूचना के बाद थाना प्रभारी ने शव का कब्जे मेें लेकर पंचायतनामा भरा और पोस्टर्माटम के लिए पिथौरागढ़ भेजा। साथ ही युवक के स्वजनों को इसकी सूचना दे दी गई है।
युवक की मौत से खड़े हुए कई सवाल
खलिया के भुजानी में टेंट में रहे युवक की मौत से कई सवाल खड़े हुए हैं। यहां पर बर्फ जमी है। रात का तापमान माइनस 15 से लेकर माइनस 18 तक रहा। दस हजार फीट की ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी रहती है। यहां टेंट लगाकर रहना खतरा बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ यह रिजर्व फारेस्ट है। जहां बुग्यालों में टेंट लगाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में युवक युवतियों को अनुमति कैसे मिली इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। वन क्षेत्राधिकारी लवराज पांगती का कहना है कि ये लोग मुख्य मार्ग से खलिया नहीं गए थे अन्य किसी मार्ग से वहां पहुंंचे।