अखिल भारतीय राहुल गांधी बिग्रेड के पूर्व प्रदेश सचिव भूपेंद्र कुमार उर्फ बंटी पपनेजा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों पर लादे गए तीन काले कृषि कानूनों को वापिस लेते समय किए गए वायदों को पूरा न होने के विरोध में दिल्ली कूच कर रहे किसानों को जिस तरीके से रोक कर उनके आंदोलन को कुचलने का काम सरकार द्वारा किया जा रहा है।
वह पूर्ण रूप से अलोकतांत्रिक व बेहद शर्मनाक है। पपनेजा ने कहा कि तीनों कानून वापस लेते समय केंद्र सरकार ने किसानों से यह वायदा किया था कि उनकी उपज का (एमएसपी) न्यूनतम मूल्य को जल्द निर्धारित किया जाएगा लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी केंद्र सरकार अपने वादों पर पूरी नहीं उतरी है जिसकी याद दिलाने के लिए किसानों ने दिल्ली कूच कर आंदोलन करने का निर्णय लिया था।
लेकिन केंद्र सरकार द्वारा उनके आंदोलन को कुचलना बेहद शर्मनाक है कहा कि केंद्र सरकार केवल पूंजी पतियों की सरकार बन गई है और उसे किसानों के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को कुचलकर अपना हिटलर शाही होने का परिचय दे रही है।
पपनेजा ने कहा कि कल जिस तरह किसानों पर हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर गैस के गोले व लाठियां बरसाकर भाजपा सरकार द्वारा उन्हें हटाने का प्रयास किया गया इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार को देश की अन्नदाता के साथ कोई सरोकार नहीं है।पपनेजा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है व किसानों के आंदोलन का समर्थन करके किसानों के साथ किसान हित में खड़ी रहेगी।