हल्द्वानी:देश में कोरोना के नए वेरिएंट बीएफ 7 के अलर्ट के बाद अब नैनीताल जिले में भी स्वास्थ्य महकमा सजग हो गया है। नैनीताल जोकि पर्यटक स्थल है देश-विदेश से सैलानी भी यहां आएंगे लिहाजा स्वास्थ्य महकमे को टेस्टिंग और सर्विलांस बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमओ डॉ भागीरथी जोशी का कहना है कि कोरोना के पहले और दूसरे चरण की लगभग सारी व्यवस्थाएं जिले में स्वास्थ्य महकमे के पास उपलब्ध हैं। अब केवल टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर ध्यान देना है इसके अलावा बूस्टर डोज को लेकर भी ज्यादातर कैंप लगाए जाएंगे
फिलहाल जिले में कोरोना वैक्सीन की कमी चल रही है जैसे ही बूस्टर डोज उपलब्ध होंगे फिर से व्यापक पैमाने पर यह अभियान शुरू किया जाएगा। साथ ही जिले में किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है लेकिन आने वाले दिनों के लिए स्वास्थ्य महकमा सतर्क है।
सीएमओ भागीरथी जोशी ने बताया किवेरिएंट बीएफ 7 के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग को बढ़ाएं इसके अलावा अस्पतालों में आने वाले सर्दी जुकाम सहित अन्य संक्रमण बीमारियों से ग्रसित लोगों के कोविड-19 टेस्ट कराई जाए।
उन्होंने कहा कि थर्टी फर्स्ट और नए साल के मौके पर नैनीताल में भारी संख्या में पर्यटक भी पहुंचेंगे ऐसे में विदेशी पर्यटकों के भी आने की संभावना है स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है कि नैनीताल में अतिरिक्त कैंप लगाकर बाहर से आने वाले सैलानियों की टेस्टिंग भी की जाए जिससे कि इस संक्रमण बीमारी को फैलने रोका जा सके।
दरअसल, चीन में इस समय कोरोना का BF.7 वैरिएंट फैला है। इस वैरिएंट को अब तक सामने आए वैरिएंट में से सबसे ज्यादा तेजी से फैलने वाला माना जा रहा है। यही कारण है कि चीन में अचानक से कोरोना ब्लास्ट हो गया। आपको बता दें कि कोरोना के इससे पहले भी कई वैरिएंट मिले हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह वैरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक विशेष म्यूटेशन से बना है। ऐसे में इस वैरिएंट से पीड़ित शख्स में एंटीबॉडी का असर नहीं होता है। ऐसे में साफ है कि इसपर कोरोना वैक्सीन का ज्यादा असर नहीं होगा और जो लोग कोरोना से पहले पीड़ित हो चुके हैं, उन्हें भी यह वैरिएंट अपनी चपेट में ले सकता है।