24अक्टुवर 2022सोमवार को होगी दीपावली महालक्ष्मी का पूजन — कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी/अमावस्या दिनांक 24 अक्टूबर 2022 सोमवार को हस्त नक्षत्र के सानिध्य में श्री धन, यश, कीर्ति सुख वैभव की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मी/बड़ी दीपावली व कमला जयंती का व्रत व पूजन मनाया जाएगा, 23अक्टुबर रविवार को धनतेरस,यम दीपदान, चतुर्दशी व्रत, छोटी दीपावली मनाई जाएगी, गोवर्धन पूजा अन्नकूट का पर्व 26 अक्टूबर 2022 बुधवार एवं भैय्या दूज कुमायूं में 27 अक्टूबर 2022गुरूवार को मनाया जायेगा, दिनांक 25 अक्टूबर 2022 मंगलवार को सर्वकार्यार्थ अमावस्या एवं सूर्य ग्रहण होने के वजह से कोई त्योहार नहीं होगा।। इस बार 26अक्टुबर को दोपहर 02=42 मिनट से अपराह्न व्यापनी द्वितीया तिथि प्रारम्भ होने के कारण यम द्वितीया,भैया दूज का त्योहार 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा इस दिन भैय्या दूज मनाने की स्वीकृति कुमायूं के सभी पंचांग कारों ने दी हुई है। धनतेरस यम दीपदान का शुभ मुहूर्त —-23अक्टुबर 2022रविवार सायंकाल 05=32 मिनट से रात्री 08=04 मिनट तक,, नूतन वाहन एवं खरीददारी प्रातः 08=42 मिनट से 11=45 मिनट तक तत्पश्चात 02=07 मिनट दोपहर से 05=35 मिनट तक, शाम 06=04 मिनट से भद्रा प्रारम्भ होने के कारण समय शुभ नहीं रहेगा।। दिनांक 23 अक्टूबर 2022 को छोटी दीपावली पूजन पूरा समय शुभ,, दिनांक 24 अक्टूबर 2022सोमबार श्री महालक्ष्मी पूजन व्रत एवं पूजा मुहूर्त —-सायं 05=30 मिनट से रात्री 08=45 मिनट तक श्रेष्ठ योग,,,महा निशाकाल पूजन द्वितीय योग रात्री 09=32 मिनट से रात्री 12=23 मिनट तक,, सिंह काल पूजा मुहूर्त रात्रि 01=20 मिनट 03=39 मिनट रात्री तक रहेगा।
लक्ष्मी पूजा में यथाशक्ति व्यवसायिक उन्नति के लिए लक्ष्मी गणेश व कुबेर भगवान की पूजा करने से फायदा होता है। दिनांक 25 अक्टूबर 2022मंगलवार को होगा सूर्यग्रहण—दीपावली के अगले दिन यानि 25अक्टुबर 2022 मंगलवार को खण्डग्रास -ग्रस्तास्त सूर्यग्रहण होने से इस दिन कोई त्योहार औपचारिक रूप से नहीं मनाया जायेगा, भारतीय स्टैंडर्ड टाइम के अनुसार सूर्य ग्रहण क्रान्ति मालिन्य के साथ दोपहर 02=28 मिनट से प्रारम्भ होगा, जो 04=28 मिनट पर स्पर्श होगा, सायं 05=28मिनट पर मध्य होकर 05=29मिनट पर ग्रहण का मोक्ष होगा, तत्पश्चात 05=29 मिनट सूर्यास्त होगा, 06=32 मिनट सायंकाल सूर्य निर्मल क्रान्ति पर पुनः आयेंगे।।
यह ग्रहण भारतवर्ष सहित मध्य पूर्व, पश्चिम एशिया ,आदि स्थानों पर दिखाई देगा,, इसका सूतक प्रभाव प्रातः काल इसी दिन 04=28 मिनट से प्रारम्भ हो जायेगा। कुर्माचली सूर्यास्त सायं 05=29 बजे होने से यह ग्रस्तास्त मोक्ष होगा, लेकिन जिन स्थानों में सूर्य 05=29 मिनट के बाद तथा 06=30 मिनट के बीच होगा वहां पर इसका मोक्ष स्थानीय सूर्यास्त के साथ होगा, दिल्ली तथा मुम्बई में सूर्य ग्रहण ग्रस्तास्त क्रमशः 05=42 मिनट तथा 06=09 मिनट पर होगा।।। सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण काल के 09 घंटे पूर्व प्रारम्भ हो जाता है, गर्भवती महिलाओं को ग्रहणकाल में ग्रहण देखने का दोष होता है जिससे जन्म लेने वाला बच्चा दृष्टि हीन वह अपंग,हो सकता है,,
उक्त काल में उपवास रखकर हवन यज्ञ दान तिल दान करने का महत्व कहा गया है। 12 राशियों पर ग्रहण का प्रभाव — मेष–मान सम्मान विद्या हानि, वृष–राज्य व्यापार लाभ। मिथुन — आर्थिक शैक्षिक लाभ। कर्क —खर्च आर्थिक नुकसान। सिंह —शरीर कष्ट, मानसिक तनाव। कन्या—धन हानि, पारिवारिक विवाद,। तुला—-लक्ष्मी प्राप्ति, यश कीर्ति,। वृश्चिक —-रोग कष्ट, विद्या हानि,। धनु—-संतान कष्ट, तनाव,। मकर—स्वास्थय लाभ,। कुंभ—-दामपत्य जीवन में खलल, आत्मग्लानि,। मीन—-शरीर कष्ट, मानसिक तनाव,,, अतः ग्रहण काल में शयन, शराब, मांस, मदिरा का सेवन कदाचित नहीं करना चाहिए, यह समय ग्रह दान, जप, असहाय सेवा के लिए उत्तम है ग्रहण के बाद हवन आदि कर स्वयं स्नान करना चाहिए,।।ग्रहण एक सामान्य प्रक्रिया है।। वैज्ञानिक एवं ज्योतिष दृष्टिकोण से नंगे आंखों से देखने पर दृष्टि दोष व गर्भ दोष होता है।। पंडित त्रिभुवन उप्रेती ज्योतिष कार्यालय नया बाजार हल्दूचौड हल्द्वानी नैनीताल उत्तराखंड,, 941014346,,9917004859