रुद्रप्रयाग: जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ केदारनाथ धाम यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है. शनिवार 25 मार्च को रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने चंद्रापुरी से गौरीकुंड घोड़ा-पड़ाव तक स्थलीय निरीक्षण कर केदारनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया.
इस दौरान जिलाधिकारी दीक्षित ने एनएचएआई, डीडीएमए, सुलभ, पेयजल और विद्युत विभागों को निर्देश दिए कि 15 अप्रैल सभी कार्यो को पूर्ण कर लिया जाए. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही और शिथिलता न बरती जाए.
जिलाधिकारी दीक्षित ने एनएचएआई के अधिकारियों से कहा कि चंद्रापुरी में पुल पर रेलिंग का कार्य तत्परता से पूरा किया जाए. इसके साथ ही जिन दुकानों का अधिग्रहण किया गया है, उन दुकानों का भी तत्काल ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए, ताकि यात्रा के दौरान जाम की स्थिति न बने. इसके साथ ही कुंड से गौरीकुंड तक रोड कटिंग का कार्य शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं.
इसके अलावा डीएम ने श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के अलावा जिन स्थानों में पैच वर्क का कार्य किया जाना है, वहां पैचवर्क का कार्य करने को कहा. डीएम सुलभ को निर्देश दिए कि सीतापुर, सोनप्रयाग और केदारनाथ धाम सहित जो भी शौचालय का निर्माण किया जा रहा है, उन्हें तेजी से किया जाए. गौरीकुंड में बनाए जा रहे बायोगैस प्लांट उसे भी तत्परता से शीघ्र किया जाए.
उन्होंने गौरीकुंड, सोनप्रयाग, सीतापुर और केदारनाथ धाम में साफ-सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए और जल संस्थान को पेयजल व्यवस्था दुरूस्त करने को कहा. उन्होंने कहा कि जो पेयजल लाइनें लीकेज हैं, उन्हें तत्परता से ठीक किया जाए और घोड़े-खच्चरों के पीने का गर्म पानी उपलब्ध कराने के लिए जो भी मरम्मत कार्य एवं निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, उन्हें शीघ्रता से पूरा किया जाए.
उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग में लो वोल्टेज की समस्या को सही किया जाए और जिन स्थानों में विद्युत लाइट लगाई जानी हैं, वहां विद्युत लाइट लगाएं. उन्होंने डीडीएमए को निर्देश दिए कि उनके द्वारा यात्रा मार्ग में जो मरम्मत कार्य एवं रेलिंग का कार्य अवशेष हैं, उन्हें यथाशीघ्र पूर्ण किया जाए. इसके साथ ही उन्होंने परियोजना निदेशक एवं अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत से कहा कि गौरीकुंड से घोड़ा पडाव तक यात्रा मार्ग में वॉल पेंटिंग कराने के निर्देश दिए हैं.