प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले श्रमिकों और कर्मचारियों को अब इलाज के लिए दूर-दराज के अस्पताल के लिए नहीं भटकना होगा। सात पर्वतीय जिलों में भी जल्द ईएसआई से इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रदेश सरकार जल्द ही राज्य के 7 पर्वतीय जिलों में ईएसआई अस्पताल और डिस्पेंसरी खोलने की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि इन जिलों में डिस्पेंसरियों की स्थापना और मेडिकल स्टाफ नियुक्ति की मंजूरी मिल चुकी है।
बीते कुछ समय से उत्तराखंड में नई–नई योजनाएं और सुविधाएं लागू हो रही है, जिससे प्रदेशवासियों को अच्छी सुविधा मिल रही है। दरअसल खबर है कि जल्द ही उत्तराखंड के सभी जिलों में राज्य कर्मचारी बीमा योजना (ईएसआई) के तहत प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगेंगी। बता दे अब तक प्रदेश के सात जिले ईएसआई से वंचित थे। लेकिन अब बाकी 7 जिलों को भी डिस्पेंसरियों की स्थापना और मेडिकल स्टाफ नियुक्ति की मंजूरी मिल चुकी है। ईएसआई के सीएमओ डॉ. आकाशदीप ने इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सभी 7 जिलों में भवन करीब–करीब चयनित हो चुके हैं। सरकार की मंजूरी मिलते ही आउटसोर्स के माध्यम से नियुक्तियां शुरू कर दी जाएंगी। साथ ही 3 महीने के भीतर ही सारी प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश की जा रही है।
बताया जा रहा है कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और पौड़ी में ईएसआई हॉस्पीटल खोला जाएगा। इसके साथ ही ईएसआई देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और पौड़ी में नई डिस्पेंसरियां भी खोलने जा रहा है। इनमें देहरादून में जीएमएस रोड पर, पौड़ी में श्रीनगर में, हरिद्वार में बहादराबाद, पिरान कलियर समेत तीन और यूएसनगर में रुद्रपुर में एक नई डिस्पेंसरी बनेगी।
बता दे हर जिले की डिस्पेंसरी में 2 एलोपैथिक डॉक्टर, 2 फार्मिस्ट, एक एएनएम/प्रसाविका, 1 कनिष्ठ सहायक नियुक्त रहेगा। सातों डिस्पेंसरियों के लिए सरकार ने फिलहाल 63 पद सृजित किए हैं। वहीं राज्य में वर्तमान समय में 6.50 लाख ईएसआई कार्ड धारक है।