जागेश्वर धाम में ऑनलाइन पूजा के नाम पर देश के कई एप पर बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है। इन एप्स पर ऑनलाइन पूजा के नाम पर भक्तों के साथ छलावा किया जा रहा है। साथ ही जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति को भी वित्तीय नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वामा पूजा एप पर जागेश्वर धाम के नाम पर ऑनलाइन पूजा कराने का मामला कुछ दिन पूर्व ही सामने आया था। एसएसपी के आदेश पर साइबर सेल मामले की जांच में जुटी हुई है। हो हल्ला मचने पर वामा ग्रुप के सदस्य लखनऊ से जागेश्वर पहुंचे। वामा ग्रुप के सदस्यों ने मंदिर प्रबंधन समिति उपाध्यक्ष नवीन भट्ट और पुजारी प्रतिनिधि पंडित नवीन चंद्र भट्ट से मुलाकात की। ग्रुप के सदस्यों का कहना है कि वह देश के कई मंदिरों से एमओयू करके ऑनलाइन पूजा अर्चना करा रहे हैं।
उनका दावा है कि तीन और एप हैं, जो जागेश्वर के नाम पर ऑनलाइन पूजा-पाठ का काम कर रहे हैं। एप के जरिए ऑनलाइन पूजा कराने वाले ग्रुप हाईकोर्ट के आदेश पर गठित जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के समानांतर कार्य कर रहे हैं। मंदिर प्रबंधन समिति की अपनी वेबसाइट है, जिसमें ऑनलाइन पूजा की व्यवस्था पूर्व से ही है। बावजूद इसके एप संचालक मंदिर प्रबंधन समिति की अनुमति बगैर अपने एप पर देश भर के भक्तों से ऑनलाइन पूजा बुक कराकर लाखों के वारे-न्यारे कर रहे हैं। ऑनलाइन पूजा कराने वाले एप संचालक भक्तों से जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति से निर्धारित दक्षिणा से कई गुना ज्यादा धनराशि वसूल रहे हैं। जागेश्वर धाम में रुद्राभिषेक का सामग्री सहित 11 सौ रुपये दक्षिणा समिति की ओर से तय है। ऑनलाइन एप संचालक रुद्राभिषेक का ही भक्तों से 15-15 हजार रुपये तक वसूल रहे हैं। अन्य पूजाओं का भी भारी-भरकम शुल्क वसूल रहे हैं। यहाँ साइबर टीम जागेश्वर पहुंची है और जांच में जुटी है