देहरादून पुलिस ने ऑल इंडिया स्तर पर एम्स की आयोजित एमडी एंट्रेंस परीक्षा में नकल कराते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है परीक्षा केंद्रों से परिक्षार्थियों प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर टेलीग्राम के जरिए आरोपियों को उपलब्ध करा रहे थे। जिसके जवाब परिक्षार्थियों को टेलीग्राम ग्रुप में ही भेजे जा रहे थे। नकल कराने में एम्स ऋषिकेश के दो डॉक्टर भी शामिल हैं।
पुलिस द्वारा दी जानकारी के मुताबिक एम्स की आयोजित एमडी एंट्रेंस परीक्षा में नकल माफियाओ के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। सूचना की गंभीरता को देखते हुए 19 मई को बैराज रोड से एक टाटा सफारी में बैठे 5 व्यक्तियों को एम्स की एमडी परीक्षा में कांगडा हिमांचल के परीक्षा केन्द्र में अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन ओर टैब के माध्यम से प्रश्न पत्रों के सॉल्वड उत्तर उपलब्ध कराते हुए गिरफ्तार किया गया।
टेलीग्राम में ऐसे चल रहा था खेल
परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्र में बैठे परिक्षार्थियों द्वारा उन्हें अपने मोबाइल से प्रश्न पत्रों की फोटो खींचकर टेलीग्राम के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही थी। जिसका उत्तर उनके द्वारा टेलीग्राम पर बनाये गए ग्रुप के माध्यम से परिक्षार्थियो को उपलब्ध कराया जा रहा था। प्रश्न पत्रों के उत्तर सॉल्वड कराने के लिये उनके द्वारा एम्स अस्पताल के डॉक्टर वैभव और एक अन्य डॉक्टर अमन को हायर किया गया था।
पूछताछ में पता चला कि डॉ अमन अभियुक्त के एक दोस्त की मौसी का लडका है। अभियुक्त द्वारा हर एक अभ्यर्थी को एमडी की परीक्षा में पास कराने के एवज में 50 लाख रुपए लिये गये थे। जिसमें से उसके द्वारा अपने साथ काम करने वालों को दो से तीन लाख रूपये दिये जाते हैं। आरोपियों ने बताया हमनेे प्रश्न पत्रों को हल करने के लिए एम्स ऋषिकेश से जिन डॉक्टरों को हायर किया गया था, उन्हे को 2-2 लाख रुपए में हायर किया था।
आरोपियों का विवरण
अजीत (44) पुत्र स्वर्गीय सतवीर सिंह निवासी हरियाणा
अमन शिवाच (24) पुत्र अर्जुन निवासी रोहतक हरियाणा
वैभव कश्यप (23) पुत्र संजीव कश्यप निवासी पटियाला पंजाब
विजुल गौरा (31) पुत्र गोविंद लाल निवासी हिसार हरियाणा
जयंत (22) पुत्र प्रकाश निवासी हिसार हरियाणा