5 सालों से मार्कशीट के लिए भटक रही छात्रा को नवाब ने दिलाया हक़

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हल्द्वानी बनभूलपुरा की बेटी शीरी नाज़ को अल्पसंख्यक आयोग उत्तराखंड के उपाध्यक्ष मज़हर नईम नवाब ने इंसाफ दिला कर पेश करी नज़ीर।2016 में कुमाऊं यूनिवर्सिटी में उत्तराखंड हल्द्वानी की बेटी शीरी नाज़ ने परीक्षा उत्तीर्ण की और हल्द्वानी डिग्री कॉलेज में b.a. का एग्जाम दिया उसमें शीरी नाज़ की बैक आई थी लेकिन वहां से उसको कोई सर्टिफिकेट ना मिल सका शीरी नाज़ ने फिर से एग्जाम दिया लेकिन उसका वहां से कोई भी सर्टिफिकेट ना मिला शीरी नाज़ ने 2017 में फिर से b.a. सेकंड ईयर का एग्जाम दिया जो कि विभाग के लोगों ने कहा था शीरी नाज़ का फिर से कोई मार्कशीट ना मिलने पर शीरी नाज़ बहुत बुरी तरीके से टूट चुकी थी यूनिवर्सिटी के भी चक्कर लगाते रहे कॉलेज के भी चक्कर लगाती रही लेकिन हर जगह से उसे निराशा ही मिली और इस तरीके से बुरी तरीके से टूट जाने पर शीरी नाज़ अपना मानसिक संतुलन खोने कगार पर आ पहुंची और वह डिप्रेशन में चली गई जब उनसे कोई भी व्यक्ति इस बारे में बात करने जाता था तो वह डरने लगी और घबराहट में रोने लगती थी लेकिन मजहर नईम नवाब ने हौसला दिया और उन्हें समजाया और उनसे कहा आप को न्याय मिलेगा तब शीरी नाज़ ने आयोग में एप्लीकेशन दी और मज़हर नईम नवाब ने उनकी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाएं और विभाग से जब अंक तालिका तलब की गई तो विभाग देने में असमर्थ रहा इसलिए एग्जाम करा कर रिजल्ट देने का आदेश पारित किया और एग्जाम दिलाकर शीरी नाज को रिजल्ट दिया गया। इस तरह माननीय मजहर नईम नवाब ने उत्तराखंड हल्द्वानी की बेटी को इंसाफ दिलाया और उसके सर्टिफिकेट रिजल्ट उसको दिलाएं रिजल्ट पाने के बाद शीरी नाज़ के चेहरे पर हंसी की लहर दौड़ गई और उसकी जीने की चाह बढ़ गई वही मजहर नईम नवाब ने आगे भी इसी प्रकार से परेशान लोगों की मदद करने के लिए भी कहा के कोई भी इस प्रकार से परेशान व्यक्ति या महिला या कोई भी छात्र छात्रा परेशान हो तो मज़हर नईम नवाब साहब से मिल सकता है और वह उसकी पूरी मदद करेंगे

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