बेटे के इलाज के लिए दर-दर भटकता बहादुर राम इलाज में खर्चा आया ढाई लाख मिले 5000

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दुर्घटना में दाहिने पांव में गंभीर फैक्चर के चलते वाकर के सहारे चल रहा बहादुर राम का बेटा अब हुआ काला पीलिया का शिकार दवा के लिए पैसा नहीं
संजय नगर बिंदुखत्ता के बहादुर राम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है बहादुर राम के 32 वर्षीय बेटे देवेंद्र का वर्ष 2014 में बाइक कथा ट्रैक्टर ट्रॉली की भिड़ंत में दाहिना पैर बुरी तरह फैक्चर हो गया हल्द्वानी के बॉम्बे हॉस्पिटल में इलाज करवाया गया लिहाजा पांव में दो राड डाल दी गई अब जाकर एक राड तो निकाली गई है लेकिन दूसरी राड निकालने में अस्पताल ने हाथ खड़े कर दिए हैं इलाज के दौरान बहादुर राम से अस्पताल से खर्चे की लागत का आकलन मांगा गया लिहाजा ढाई लाख का स्टीमेट अस्पताल प्रबंधन द्वारा बनाया गया लेकिन इसे मजाक ही कहा जाएगा कि जरूरतमंद गरीब दलित को ढाई लाख के एवज में मात्र ₹5000 का चेक थमा दिया गया बहरहाल अपनी बदकिस्मती से लोहा लेते हुए बहादुर राम ने हिम्मत नहीं हारी और हल्द्वानी के ही एक अन्य अस्पताल में संपर्क किया जहां जांच के दौरान पता चला कि उसके बेटे को काला पीलिया है डॉक्टर द्वारा पहले काला पीलिया सही कराने की सलाह दी गई चिकित्सक के परामर्श के तहत बहादुर राम अपने बेटे को लेकर एम्स ऋषिकेश पहुंचे तो वहां उन्हें कुछ दवाई दी गई लेकिन बाकी दवाओं की पर्ची लिख दी गई और 3 महीने लगातार इलाज की बात की गई बहादुर राम सुशीला तिवारी अस्पताल के प्रबंधक प्रशासन से संपर्क किया 1 महीने की दवा तो उसे मिल गई लेकिन अब दवाई नहीं होने की बात की जा रही है लिहाजा बहादुर राम के बेटे का इलाज अब पूरी तरह से ठप है बहादुर राम ने बताया कि बेटे के इलाज के खातिर वे स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर चुके हैं लेकिन कहीं से भी उन्हें कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है बहादुर राम ने कहा कि हॉस्पिटल में में भर्ती के दौरान उसके बाद जो कुछ जमा पूंजी थी वह सब उसने खर्च कर दी लोगों से कर्जा लिया सो अलग बहरहाल बहादुर राम अब बेटे के इलाज के लिए दर-दर भटकने को विवश है चारों तरफ से मुसीबत का सामना कर रहे बहादुर राम ने कहा कि पूर्व वह एक निजी स्कूल में परिचालक था 7 वर्ष की नौकरी के बाद उसने रिजाइन दिया और कर्मचारी भविष्य निधि के लिए उसने आवेदन किया है लेकिन अब तक उसको कोई भी पैसा नहीं मिल पाया है इधर केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट के प्रतिनिधि लक्ष्मण खाती ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं था लिहाजा वे अब पूरी तरह से परीक्षण कर आवश्यक मदद दिलाने का प्रयास करेंगे

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