हल्द्वानी में सड़कों के हाल तो सबको ही पता है कि क्या हालत हो रखी है सड़कों की और सड़कों में गड्ढों निजात पानी में भी शायद समय लग जाए क्योंकि 15 करोड़ की लागत से छह योजनाओं में शामिल अलग-अलग सड़कों के काम को शासन स्तर से बजट जारी नहीं होने के कारण काम शुरू नहीं हो पा रहा। वहीं, बारिश का सीजन होने के कारण लोगों की मुश्किलें भी बढ़ रही है। एक घंटे की बारिश में गड्ढे पानी से भर जा रहे हैं। जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री घोषणा का हिस्सा होने के बावजूद अभी तक पैसा जारी नहीं हुआ।
नगर निगम को अपने अधीन सड़कों की मरम्मत खुद करनी होती है। लोक निर्माण विभाग इन्हें अपने प्रस्ताव में शामिल नहीं करता। हालांकि, बजट उपलब्ध कराने या फिर शासन स्तर से घोषणा होने पर इनकी मरम्मत व सुंदरीकरण का काम किया जाता है। वहीं, लंबे समय से निगम सड़कों की हालत खराब होने पर मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा था।
सर्वे आदि का काम पहले ही पूरा हो चुका था। इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इन प्रस्तावों को सीएम घोषणा में शामिल कर 15 करोड़ की स्वीकृति दी थी। लेकिन अभी तक बजट लोनिवि को नहीं मिल सका। इसलिए काम भी शुरू नहीं हुआ। हीरानगर, आइटीआइ जैसी अहम सड़कों के अलावा छोटे-छोटे लिंक मार्ग भी इस प्रस्ताव में शामिल थे। अब बारिश का सीजन शुरू होने से दिक्कत और बढ़ गई है। वहीं, पीडब्लूडी बजट का इंतजार कर रहा है।