

वन प्रभाग की पहल — दूरस्थ वन चौकियों और फायर क्रू स्टेशनों में सौर ऊर्जा प्रणाली की स्थापना
वन सुरक्षा एवं पर्यावरणीय संतुलन को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम उठाते हुए, हल्द्वानी वन प्रभाग ने वन क्षेत्रों के अंदर स्थित अपनी दूरस्थ वन चौकियों और फायर क्रू स्टेशनों में सौर ऊर्जा आधारित विद्युत प्रणाली की स्थापना का कार्य प्रारंभ कर दिया है। इस कार्य को उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (UREDA) के तकनीकी सहयोग एवं मार्गदर्शन में क्रियान्वित किया जा रहा है।उत्तराखंड ट्रेनें
हल्द्वानी वन प्रभाग के अंतर्गत आने वाले कई वन क्षेत्र अत्यंत दुर्गम, वनाच्छादित और बिजली की सामान्य आपूर्ति से कटे हुए हैं, जहां कार्यरत वनकर्मियों को रात्रिकालीन ड्यूटी, संचार, मोबाइल चार्जिंग, आवश्यक उपकरणों के संचालन आदि में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। इन समस्याओं के स्थायी समाधान हेतु, वन विभाग ने सौर ऊर्जा प्रणाली की स्थापना का निर्णय लिया है, जिससे चौकियों पर 24 घंटे निःशुल्क, प्रदूषणरहित और टिकाऊ विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।
प्रथम चरण में, हल्द्वानी वन प्रभाग द्वारा चयनित दूरस्थ चौकियों जैसे — छकाता राजि अंतर्गत जामपोखरा वन रक्षक चौकी एवं परिसर में 02 कि० वा०, डाण्डा राजि अंतर्गत दुर्गापीपल वन रक्षक चौकी एवं परिसर में 02 कि०वा०, खोलगड वन रक्षक चौकी में 02 कि०वा० एवं गौनियारो वन रक्षक चौकी में 02 कि०वा०, जौलासाल राजि अंतर्गत जौलासाल वन रक्षक चौकी एवं क्रू स्टेशन में 02 कि०वा० एवं ककोड़ वन रक्षक चौकी एवं क्रू स्टेशन में 01 कि०वा० क्षमता तक के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। प्रत्येक प्रणाली में बैटरी बैकअप, चार्ज कंट्रोल यूनिट, इन्वर्टर, जैसी मूलभूत सुविधाएं भी सम्मिलित हैं।
यह प्रयास वनकर्मियों को बेहतर कार्य सुविधा, ऊर्जा स्वावलंबन एवं आधुनिक संसाधनों से युक्त करने की दिशा में एक ठोस पहल है। इससे न केवल चौकियों की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि वन क्षेत्रों में वनाग्नि की सूचना, गश्त एवं निगरानी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को भी गति मिलेगी।
