हरियाणा के पानीपत से लापता ASI का शव करनाल की नहर से बरामद हुआ। शव की जांच की गई तो उसके शरीर पर गोलियां लगी हुई थी। जिससे खुलासा हुआ कि उसकी गोलियां मारकर हत्या की गई। शव को देखकर लोगों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को तुरंत नहर से बाहर निकाला। जिसके बाद उसकी फोटो पानीपत समेत अन्य पड़ोसी जिलों की पुलिस को भेजी गई। इस बीच पानीपत पुलिस ने ASI की पहचान कर ली ।
मृतक की पहचान ASI ऋषि के रूप में हुई है। ऋषि पानीपत के सेक्टर 13-17 थाना में तैनात था। बीती रात से वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता था। उसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई थी। कड़ी से कड़ी जोड़कर उसका पता लगाया जा रहा था। शाम होते-होते करनाल पुलिस के जरिए उसका शव नहर से बरामद हुए जाने की सूचना मिली। करनाल के पुलिस प्रवक्ता द्वारा SP शशांक कुमार सावन के नाम जारी बयान के आधार पर ASI ऋषि की डेड बॉडी मिलने के मामले में नामजद आरोपी दीपक (28) पुत्र दिलावर सिंह वासी उपली के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है।
आरोपी ने तैश में आकर बरसाई गोलियां
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी की पहचान दीपक निवासी बरसत चुंगी के रूप में हुई है। जिसे वारदात का पता लगने पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं, पुलिस प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी दीपक ने बताया है कि उसके और ASI ऋषि के बीच दोस्ती थी। दोनों शनिवार की रात को एक साथ ही थे। दोनों पार्टी कर रहे थे।
इसके बाद वे करनाल की ओर गाड़ी में चले गए। जहां किसी बात पर उनकी कहासुनी हो गई। कहासुनी के बीच दीपक ने तैश में आकर अपने पास रखी पिस्तौल से ऋषि की तरफ ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। जिसमें से 4-5 गोलियां ऋषि को लगी और उसकी मौके पर मौत हो गई। डर की वजह और किसी को वारदात का न पता लगे, इसलिए उसने शव को नहर में फेंक दिया और वापस पानीपत आ गया। बताया जा रहा है कि यहां आने के बाद उसने पुलिस को सरेंडर किया और उससे पिस्तौल भी बरामद की गई है। वहीं, एक छोटू नाम के संदिग्ध युवक की भी हिरासत की जानकारी सामने आई है। लेकिन इन तथ्यों की अभी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं है ।
तीन चौकियों में रह चुका इंचार्ज
मिली जानकारी के अनुसार ASI ऋषि कुमार पिछले कई सालों से पानीपत पुलिस में तैनात है। वह यहां सेक्टर 11-12 चौकी, समालखा की हथवाला चौकी समेत मतलौड़ा की थर्मल चौकी में बतौर इंचार्ज रह चुका है। हाल में वह सेक्टर 13-17 थाना में बतौर जांच अधिकारी कार्यरत था। सुबह थाने में नहीं पहुंचा, फोन नहीं उठा तो गहराया शक मिली जानकारी के के अनुसार ऋषि शनिवार को थाने में गया था। शाम को वह अपने थाना क्षेत्र स्थित अपने क्वार्टर चला। गया था। रविवार को वह थाने में नहीं पहुंचा। निर्धारित समय से अधिक समय होने पर उसे कॉल की, तो उसका फोन नहीं उठा। जिसके बाद साथी पुलिसकर्मियों का शक गहराया। इसके बाद उसकी तलाश की गई। उसकी गुमशुदगी दर्ज की गई