वन है तो जन है, ब्रिटिश कालीन वन विभाग के जीर्ण-शीर्ण क्रू-स्टेशन को 19 लाख की धनराशि से पुर्ननिर्मित मॉडल क्रू-स्टेशन जौलकाण्डे का सूबे के समाज कल्याण एवं परिवहन, उद्योग मंत्री चन्दन राम दास, विधायक सुरेश गड़िया ने बुधवार को लोकापर्ण किया। जनपद में 824 वन पंचायतें है जिनमें से मुख्य अतिथियों द्वारा प्रथम चरण में 120 वन पंचायत सरपंचों को 10-10 हजार के चैक वितरित किये गये।
कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए मा0 मंत्री श्री दास ने मॉडल क्रू-स्टेशन बनाने पर क्षेत्रीय जनता व विभाग को बधार्इ दी। उन्होंने कहा कि जिन उद्देश्य के लिये कू-स्टेशन का निर्माण हुआ है उसका उद्देश्य अवश्य पूर्ण होगा व वन सम्पदा का संरक्षण होगा व जनता को लाभ मिलेगा। उन्होंने वन सम्पदा बचाने व वनाग्नि नियंत्रण हेतु जन प्रतिनिधियों व जनता को आगे आने तथा जनता को वनों के लाभ-हानि बताकर जन जागरूकता करने को कहा। उन्होंने कहा कि वाहनों दुर्घटना कम हो ऐसी व्यवस्था की जायेगी, जहॉ दुर्घटना भी होती तो ग्रामाणों को दुर्घटना बचाव का प्रशिक्षिण दिया जायेगा ताकि दुर्घटना के समय क्षेत्रवासियों द्वारा तुरंत घायलों की सहायता व उपचार दे सके। उन्होंने कहा जौलकाण्डे सड़क 7.5 किमी का डामरीकरण प्रस्थाव स्वीकृत हो गया है तथा जौलकाण्डे से आगे 02 किमी सड़क स्वीकृत किया गया है व साथ ही बोरगॉव 2 किमी सड़क का भी डामरीकरण शीघ्र ही प्रारम्भ किया जायेगा।
विधायक कपकोट सुरेश गड़िया ने कहा कि कू-स्टेशन में आधुनिक उपकरण रखें गये है, जिसका लाभ क्षेत्र की आग बुझाने में मिलेगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, जनता से पर्यावरण बचाने व वनों की आग बुझाने में सहयोग करने की अपील की तथा जन जागरूकता की अपील भी की।
जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा क्रोन प्रदेश है उनमें से वनाग्नि भी है, इसलिए वनाग्नि बुझाने में सभी की अहम भूमिका होती है। उन्होंने जनता को सहयोग करने की अपील की।
प्रभागीय वनाधिकारी ने कहा कि हिमांशु बागरी ने कहा कि उन्होंने कहा कि वनाग्नि आपदा घोषित है। उन्होंने बताया कि जनपद में अभी तक 60 वनाग्नि घटनायें हुयी है जिससे 85 हैक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि इस मॉडल क्रू-सेंटर में आग बुझाने के सभी आधुनिक उपकरण के साथ ही रहने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि जनपद में 01 लाख हैक्टेयर वन है जिसमें 65 प्रतिशत आरक्षित वन तथा 35 प्रतिशत वन पंचायतें है। उन्होंने बताया कि वनाग्नि पर ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा वनाग्नि से पारिस्थितिकी को भारी नुकशान पहुॅचता है वनाग्नि को रोकने के लिये उन्होंने जन सहयोग की अपील की।