, गोपेश्वर: हेमकुंड साहिब में बर्फबारी के चलते गुरुवार को घांघरिया से हेमकुंड के लिए गए 180 यात्रियों को अटलाकोटी से वापस लौटना पड़ा। यात्रा आज शुक्रवार को भी सुचारू नहीं हो सकी है। बर्फ के चलते दो दिनों के लिए हेमकुंड यात्रा रोकी गई है। यात्रियों को गोविंदघाट व घांघरिया गुरुद्वारे में रखा गया है।
बुधवार रात्रि से रुर रुक कर हो रही वर्षा व बर्फबारी हो रही हेमकुंड साहिब में अटलाकोटी से आगे बर्फबारी से पैदल मार्ग बाधित हो गया था। बताया गया कि पैदल मार्ग पर एक फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है।
खतरे से खाली नहीं आवाजाही
गुरुवार तड़के घांघरिया से रवाना हुए जत्थे को गुरुद्वारा के स्वयं सेवकों व पुलिस एसडीआरएफ ने अटलाकोटी से वापस भेजा यहां से तीन किमी क्षेत्र हेमकुंड जाने का रास्ता बर्फ से ढक गया था। इस पर आवाजाही खतरे से खाली नहीं थी।
बताया गया कि इसके बाद गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मेनेजमेंट ट्रस्ट व प्रशासन ने हेमकुंड यात्रा को दो दिनों के लिए रोकने का निर्णय लिया। गुरुद्वारा के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंड यात्रा को शुक्रवार तक के लिए रोक दी गई है।
शुक्रवार को अगर मौसम साफ रहा तो सबसे पहले पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरु होगा। सुरक्षित राह बना कर यात्रियों को हेमकुंड यात्रा पर भेजा जाएगा।
बताया गया कि हेमकुंड साहिब में बर्फ की मोटी चादर बिछी है। बताया गया कि जोशीमठ, गोविंदघाट, घांघरिया में हेमकुंड दर्शनों को जाने वाले 1100 से अधिक यात्री हेमकुंड साहिब यात्रा पैदल मार्ग सुचारु होने का इंतजार कर रहे हैं।
बदरीनाथ में वर्षा से बढ़ी ठंड
चमोली जिले में दिनभर रुक रुक कर वर्षा होती रही। बदरीनाथ धाम में भी चोटियों में बर्फबारी व निचले स्थानों में वर्षा हुई है। जिससे ठंड बढ़ी है। हालांकि बदरीनाथ धाम में यात्रा सुचारु है। यात्रियों ने राहत की सांस ली। धाम में चोटियों में बर्फबारी से यहां की छठा देखते ही बन रही है