इंसान जब प्यार में पड़ता है तो उसे कुछ दिखाई नहीं देता। वह न किसी की सूरत देखता है न ही सीरत। उसे यह भी नहीं दिखता कि जिससे वह प्यार करता है वह कौन है, किस जाति का है। इसलिए कहते हैं कि प्यार अंधा होता है और इसी वाक्य को सच कर दिखाया है सीवान के विकास राजभर ने, जिसने प्यार में सब कुछ भूलकर एक किन्नर के साथ शादी कर ली।
दरअसल, पूरा मामला सीवान के मैरवां इलाके का है। यहां के लंगलपुरा गांव का निवासी विकाश राजभर लंबे समय से रीतेश नाम की एक किन्नर से प्यार करता था। दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे और आसपास ही ठेला लगाकर पैसे कमाते थे। इसी दौरान दोनों को एक-दूसरे से प्यार होने लगा। धीरे-धीरे प्यार इतना बढ़ गया कि दोनों का एक-दूसरे के बिना मन नहीं लगता था। जब रितेश किन्नर कुछ समय बाद मीरगंज के एक डांस ग्रुप में चला गया तो विकास भी रितेश के पीछे पीछे मीरगंज आ पहुंचा।
मीरगंज में दोनों एक ही साथ रहने लगे और फिर जीवन भर का रिश्ता जोड़ लिया। घरवालों के विरोध के बावजूद विकास ने किन्नर रितेश से पूरे रीति रिवाज से शादी कर ली। विकास ने रितेश किन्नर की मांग भरकर सात जनम तक साथ रहने की कसम खा ली। लेकिन विकास के घरवाले इस रिश्ते को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। शादी के बाद जब विकास अपनी किन्नर पत्नी को लेकर गांव पहुंचा तो परिजनों ने उसे घर में घुसने तक नहीं दिया। वहीं विकास और रितेश की शादी इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।