2019 में मंडी चौकी प्रभारी द्वारा वेवजह चालान काटने के बाद उच्चाधिकारियों के समक्ष दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौते के बाद भी बदले की भावना से की गई कार्रवाई की जांच कराए जाने की लगाई गुहार।
हल्दूचौड़।
गौरतलब है कि 27 सितम्बर, 2019 को राष्ट्रीय सहारा समाचार पत्र के संवाददाता बसन्त पांडे रात्रि लगभग 12 बजे हल्द्वानी स्थित अस्पताल से बिन्दुखत्ता लालकुआं अपने घर लौट रहे थे मोतीनगर चैक पोस्ट के पास पुलिसकर्मियों ने उनकी कार रोकने का संकेत किया। जिस पर निर्देश का पालन करते हुए उन्होंने गाड़ी रोकी और गर्दन में दर्द होने का हवाला देते हुए गाड़ी में बैठ कर ही पुलिसकर्मियों से बातचीत की। किन्तु पुलिस कर्मियों ने उन्हें उतरने को कहा जिस पर पांडे द्वारा पुनः असमर्थता जाहिर कर बताया कि स्वास्थ्य ठीक नहीं है और उतरने में असमर्थ है लिहाजा पुलिस गाड़ी के प्रपत्र जांच कर लें, लेकिन पुलिस ने उनके साथ अभद्रतापूर्वक व्यवहार कर गाड़ी की चाबियां निकाल लीं।
इसी बीच मंडी चौकी प्रभारी मुनव्वर हुसैन को मौके पर पहुँचे, और पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार करते हुए गाड़ी का दरवाजा खोलकर प्रार्थी को बाहर खींचने लगे तो बसन्त पांडे स्वयं ही गाड़ी से बाहर आ गये, इसी बीच पुलिस कर्मियों ने उनका वीडियो बनाते हुए कहा कि शराब पी रखी है जिस पर पांडे ने मेडिकल कराए जाने व शराब जांच की मशीन से जांच करने की बात कही,लेकिन पुष्टि के बिना शराबी घोषित किये जाने पर आपत्ति जतायी।और अपना परिचय एक जिम्मेदार नागरिक होने के साथ-साथ पत्रकार होने की बात भी पुलिस को बतायी । वावजूद पुलिस ने उनका पुलिस एक्ट के तहत 10 हजार का चालान काट दिया। जिसके बाद अगले ही दिन लालकुंआ समेत जिले के तमाम पत्रकारों ने उक्त मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व एसपी सिटी साहब से दूरभाष पर बात की साथ ही लालकुआं के तत्कालीन कोतवाल योगेश उपाध्याय ने लालकुआं के प्रेस क्लब अध्यक्ष बी सी भट्ट के माध्यम से चालान की कॉपी ले ली और कहा कि मामला रफा दफा हो गया है, साथ ही हल्द्वानी कोतवाल ने तत्कालीन मंडी चौकी प्रभारी मुन्नवर हुसैन को बुलाया और मुन्नबर हुसैन गलती स्वीकारते हुए पत्रकार से माफी मांगी और गले लग कर मामला खत्म कर देने का हवाला दिया था। किन्तु बाद में बदले की भावना से मुनव्वर हुसैन ने उक्त मामले को आगे बढ़ा दिया वर्तमान में पत्रकार बसन्त पांडे को कोर्ट से सम्मन जारी किया गया है जिसके चलते पत्रकार को बिना अपराध किये अपराधी घोषित किये जाने से पत्रकारों में आक्रोश है।
आज वरिष्ठ पत्रकार गणेश पाठक प्रेस क्लब लालकुंआ के अध्यक्ष बीसी भट्ट, विपिन चंद्रा,ओपी पांडे, धर्मानंद खोलिया, राजेश नेगी दीप जोशी, रणजीत बोरा, अंकित शाह, प्रमोद बमेटा आदि ने पुलिस महानिरीक्षक अजय रौतेला से मुलाकात कर उक्त प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की। जिस पर आईजी श्री रौतेला ने पत्रकारों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने को आस्वस्त किया है।