पांचवीं विधानसभा में फिर से सत्ता में आने के लिए प्रचंड बहुमत मिला है भाजपा ने अपना मिथक तोड़ते हुए दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है लेकिन मुख्यमंत्री बनने का मिथक इस बार भी टूट गया है क्योंकि जो भी मुख्यमंत्री होता है वह चुनाव नहीं जीत पाता।मुख्यमंत्री धामी अपनी सीट खटीमा हार गए हैं। उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी भुवन चंद कापड़ी से हार का सामना करना पड़ा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कापड़ी ने 7579 मतों से हराया। भुवन कापड़ी को 48177 और पुष्कर सिंह धामी को 41590 मत मिले हैं।
कांग्रेस के युवा नेता भुवन चंद कापड़ी एलएलबी किए हुए हैं उत्तराखंड में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं 2017 में भी वह विधानसभा चुनाव लड़े थे जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन इस बार उन्होंने धामी को मुख्यमंत्री रहते हुए हरा दिया है।
युवाओं के बीच लोकप्रिय भुवन चंद कापड़ी उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस में जनरल सेक्रेटरी के पद पर भी रह चुके हैं।
भुवन कापड़ी खटीमा में लोगों के बीच लोकप्रिय हैं और 2017 के चुनाव में कापड़ी सिर्फ 2709 वोटों के अंतर से हारे थे। तब भुवन चंद्र कापड़ी को कुल 26,830 और भाजपा प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी को 29,539 मत मिले थे। फिलहाल भुवन मुख्यमंत्री धामी को हरा चुके हैं लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बनी इसको लेकर भुवन कापड़ी को काफी मलाल है।