गर्मी के प्रचंड वेग के बीच विद्युत कटौती तथा लो वोल्टेज ने जनमानस के साथ-साथ खेती पर भी संकट पैदा कर दिया है। 10 से 15 घंटे तक लो वोल्टेज तथा विद्युत कटौती के चलते सिंचाई नलकूप जवाब दे रहे हैं ।आवश्यक वोल्टेज नहीं मिलने से महज शोपीस बने ट्यूबवेल के चलते काश्तकारों को सिंचाई का पानी मुहैया नहीं हो पा रहा है। इधर विधायक डॉ मोहन बिष्ट ने संबंधित विभाग को व्यवस्था दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं लेकिन उन के फरमान पर फिलहाल कोई अमल होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। डेड़ महीने से ऊपर हो जाता है क्षेत्र के लगभग अधिकांश ट्यूबवेल लो वोल्टेज की समस्या से नहीं चल पा रहे हैं। सिंचाई के साथ-साथ पेयजल की भी समस्या होने लगी है किसानों के खेतों में खड़ी गन्ने की फसल मक्का चारा साग सब्जी सूखने के कगार पर है ।अधिकांश जगहों पर फसल सूख चुकी है लो वोल्टेज की समस्या से अधिकारियों को अवगत कराने पर भी उनका एक ही जवाब ऊपर से लो वोल्टेज आ रही है हम क्या कर सकते हैं।
ज्ञात रहे भाबरी क्षेत्र में किसानी खेती ट्यूबल के पानी पर निर्भर करती है ।उसमें 12 से 15 घंटा लो वोल्टेज विद्युत कटौती होने से दिन में ट्यूबवेल नहीं चलते हैं अधिकतर मार टेल के काश्तकारों पर पड़ती है।
भाबरी क्षेत्र में ट्यूबल का संचालन बारी वार किया जाता है। जिन काश्तकारों का दिन में नंबर आता है उनकी फसलें लगभग सूख चुकी हैं क्योंकि दिन में ट्यूबल नहीं चलता है। इस क्षेत्र के विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट से समस्या के समाधान के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर समस्या से निजात दिलाने को कहा श्री विधायक ने कहा ट्यूबवेलो पर स्टेबलाइजर लगाने से कुछ हद तक राहत मिल सकती है ।मगर इस प्रक्रिया में कुछ समय लग जाएगा लिहाजा काश्तकारों की फसल बचाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए जितनी भी जल्दी हो सके जल्दी से समाधान करने को कहा ।