नैनीताल। जिला मुख्यालय नैनीताल के समीपवर्ती ज्योलीकोट के वीरभट्टी में स्थित अवैध मदरसे को लेकर जिला प्रशासन सख्त हो गया है। सरकारी भूमि पर अवैध रूप से संचालित हो रहे मदरसे के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरु कर दी गयी है। गुरुवार को बुलडोजर के साथ प्रशासन और पुलिस टीम मौके पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में जुटी रही।
बता दें कि जिला प्रशासन को बीते माह ज्योलीकोट के वीरभट्टी क्षेत्र में अवैध मदरसा संचालित होने की गोपनीय सूचना मिली थी। सूचना के बाद सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी ऋचा सिंह और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची तो वहां भारी अनियमिताएं मिली। मदरसे का पंजीकरण नहीं होने के साथ ही बच्चों को बेहद बुरी अवस्था में रखा गया था। पूछताछ में बच्चों ने मदरसा संचालक पर मारपीट के आरोप भी लगाए थे।
टीम ने मदरसे से बरामद 24 बच्चों को निकालकर स्वजनों के सुपुर्द कर दिया था साथ ही संचालक व उसके बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मदरसा भवन को सील कर दिया था। दूसरी ओर प्रारंभिक जांच में मदरसा भवन के भी सरकारी भूमि पर निर्माण की आशंका होने पर राजस्व की टीम ने नाप जोक की तो भवन का बड़ा हिस्सा सरकारी भूमि पर अवैध रूप से निर्मित मिला। उसके बाद एसडीएम नैनीताल की ओर से मदरसा संचालक को दो नोटिस जारी किए गए।
नोटिस के जवाब में खुद मदरसा संचालक द्वारा सरकारी भूमि पर निर्माण की बात काबुली गई। गुरुवार को एसडीएम प्रमोद कुमार की अगुवाई में जिला प्रशासन और पुलिस की भारी टीम मदरसा पहुंची। जहां टीम ने अवैध रूप से निर्मित मदरसा भवन के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। भवन पर बुलडोजर चलता देख संचालक में भी हड़कंप मच गया। एसडीएम ने बताया कि शाम तक ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पूरी कर ली गयी है, साथ ही सरकारी भूमि का कब्जा छुड़ा लिया गया है। टीम में तहसीलदार संजय कुमार, तल्लीताल एसओ रोहिताश सिंह सागर तथा ज्योलीकोट चौकी इंचार्ज गुलाब सिंह समेत पटवारी सुरेंद्र सनवाल समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।