मानसून एक चुनौती, इसलिए इसे आपदा मानकर ही तैयारी करे:-डीएम

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चम्पावत ।
मानसून सत्र से पूर्व विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी श्री विनीत तोमर ने जिला सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि कोविड के साथ-साथ मॉनसून भी एक चुनौती हैं, इसलिए हमे इसे आपदा मानकर ही इसकी तैयारी करनी हैं।
जिलाधिकारी ने जनपद के सभी हेलीपैड की लोकेशन अपडेट करने तथा आपदा के वक्त रिस्पांस टाइम कम से कम करने के सख्त निर्देश दिए हैं।


उन्होंने कहा कि मानसून सत्र में किसी भी आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यो का सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मॉनसून के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो और तहसील स्तर पर उपलब्ध लाइट सहित आपदा के जरूरी उपकरण, संसाधन का परीक्षण कर लिया जाए। साथ ही उपलब्ध सेटेलाइट फोन को रिचार्ज करके तैयार रखें।
उन्होंने कहा कि जल संस्थान मानसून के समय पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त होने पर तत्काल अस्थायी व्यवस्था करना सुनिश्चित करे, जिससे लोगो को पेयजल की दिक्कत ना हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क निर्माणदायी संस्थाए सभी लैंडस्लाइड जोन के आसपास जेसीबी मशीन, पोकलैंड एवं ऑपरेटर की तैनाती करें। जिससे किसी भी समय आपात की स्तिथि में सड़कों को खोला जा सके।
सभी तहसीलों में 24*7 की तर्ज पर कन्ट्रोल रूम की स्थापना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ताकि मानसून सत्र में आपदा के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो।
उन्होंने सभी एसडीएम को अपने क्षेत्र में स्वयं व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने तथा किसी भी क्षेत्र में कोई भी घटना होने पर तत्काल इसकी सूचना कन्ट्रोल रूम व संबधित विभाग को उपलब्ध कराते हुए बिना किसी अनुमति का इंतजार किए घटना स्थल पर राहत कार्य शुरू करवाने के निर्देश दिए।
जिला पूर्ति अधिकारी को मानसून अवधि के लिए आगामी तीन माह का खाद्यान्न एवं ईधन का पर्याप्त भण्डारण रखने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
जल निगम, जल संस्थान, विद्युत एवं दूरसंचार विभागों को मानसून सत्र में अपनी सेवाएं सुचारू रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। कहा कि कोई भी पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त होती है या किसी भी क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित होती है तो इसकी सूचना तत्काल उपलब्ध कराने हेतु अपने स्तर से संचार का माध्यम तैयार रखे। ताकि समय से आवश्यक सेवाएं वहाल की जा सके।
नगर पालिका व नगर पंचायतों को सभी नालियों की सफाई करने, जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी की निकासी हेतु आवश्यक इंतेजाम सुनिश्चित करने को कहा।
जिलाधिकारी महोदय ने उपजिलाधिकारी टनकपुर हिमांशु कफ़लटिया को सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों जैसे टनकपुर व बनबसा में राहत केंद्रों में राशन की व्यवस्था के साथ साथ वह शौचालय, बिजली, पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने जिला युवा कल्याण अधिकारी को पीआरडी जवानों, युवा मंगल दल, महिला मंगल दलों को आपदा के समय सक्रिय रखने के निर्देश दिये।
श्री तोमर ने सेना को अपने अपने इक्यूपमेंट की वेरिफिकेशन रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिये। ताकि मॉनसूनी आपदा के समय संचार व्यवस्था में किसी प्रकार की बाधा ना हो।
बैठक का संचालन करते हुए जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडे ने उक्त सम्बन्ध वितारपूर्वक जानकारी दी।
बैठक में अपरजिलाधिकारी त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, उपजिलाधिकारी चंपावत अनिल गर्ब्याल, लोहाघाट आर0सी गौतम, सी0ओ0 टनकपुर अविनाश वर्मा, ईई आर0डब्लू0 डी केके जोशी, ईई यूपीसीएल एस के गुप्ता, ईई लोनिवि एमसी पांडे व सेना के अधिकारियों सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला सूचना अधिकारी, चंपावत।

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