अल्मोड़ा जिले से एक दर्द भरी कहानी सामने आई है जहां 22 साल से लापता बेटे की लौटने की आस छोड़ एक वृद्ध माँ बेटा पाकर काफी खुश है दरअसल अल्मोड़ा के गेवाड़ के ग्राम पंचायत नौगांव निवासी एक युवक 22 साल पहले मुंबई से घर आने के दौरान लापता हो गया था लेकिन श्रद्धा संस्था ने मां को बेटा लौटा कर खुशियां दिया है ।
वृद्ध मां का बेटा अपने गांव लौट आया है। उसे खोजने और फिर घर पहुंचाने में मुंबई की श्रृद्धा संस्था का बड़ा योगदान रहा। बेटे को देख मां भाव विभोर हो गई। युवक के साथी भी काफी खुश हो गए।
दरअसल अल्मोड़ा जनपद के पंचायत नौगांव निवासी राजू मुंबई में रहने वाले अपने रिश्तेदारों के साथ काम करता था जहां वह मानसिक रूप से बीमार हुआ तो उपचार कराने के बाद मामूली लाभ हुआ तो रिश्तेदारों ने ने किसी परिचित के साथ मुंबई में ट्रेन में बैठाकर घर को रवाना कर दिया। परंतु राजू अपना बैग लेकर रास्ते में ही कहीं उतर गया। उस समय राजू की उम्र बीस साल थी। तब से बाईस साल गुजर गए लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नही लग पाया। राजू के मुंबई में मिलने की सूचना के बाद उन्होंने श्रद्धा संस्था से संपर्क किया। संस्था के लोगों ने उन्हें बताया गया कि राजू राजस्थान के भरतपुर में घूमता मिला था। उनकी संस्था से जुड़े लोगों ने उसे मुंबई पहुंचाया। उन्होंने बताया कि राजू अभी ज्यादा कुछ नही बोल रहा है।
इधर, राजू के घर पहुंचने पर मां काफी खुश है। गांव में भी खुशी की लहर दौड़ गई है।
युवक के घर पहुंचते ही उसकी मां उससे लिपट गई। बेटे को दुलारते हुए मां बेटे से पूछती रही कि वह इतने साल कहां रहा। बेटा मां की बात सुनकर खामोश रहा। फिलहाल मां बेटे एक दूसरे को पाकर काफी खुश नजर आ रहे हैं