बागेश्वर उपचुनाव को लेकर प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्म है। कांग्रेस से लेकर बीजेपी तक के दिग्गज नेता बागेश्वर प्रचार के लिए पहुंचे। रविवार को बागेश्वर में प्रचार का शोर थम गया है।
बागेश्वर में थम गया प्रचार का शोर
बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने जहां एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है तो वहीं बीजेपी भी इसमें पीछे नहीं है। दोनों पार्टियों के दिग्गज नेता बागेश्वर में प्रचार के लिए डटे हैं। बीजेपी की बात करें तो सीएम धामी ने भी बागेश्वर पहुंचकर ताबड़तोड़ रैलियां और जनसभाएं की हैं।
तो वहीं कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और कई बड़े नेता चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही बागेश्वर में ही डटे हैं। पूर्व सीएम और दिग्गज कांग्रेस नेता हरीश रावत ने भी बागेश्वर पहुंच पार्टी के लिए प्रचार किया। लेकिन रविवार को बागेश्वर में प्रचार का शोर शाम पांच बजे थम गया है।
तीन दिन के लिए जिले की सीमाएं सील
रविवार को प्रचार थमने के बाद जिले की सील कर दी गई हैं। पांच सितंबर को होने वाले मतदान के लिए जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है। बता दें कि प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी से सीएम धामी ने तो कांग्रेस से पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रचार किया।
विस क्षेत्र के बाहर के व्यक्ति के जिले में पाए जाने पर होगी कार्रवाई
बता दें कि अगर विधानसभा क्षेत्र के बाहर का कोई भी व्यक्ति बागेश्वर जिले में पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक मतदान तिथि को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि सभी लोग मतदान कर सकें।