
टिहरी के घनसाली क्षेत्र में लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और प्रसव के बाद दो महिलाओं की मौत को लेकर भड़का जनाक्रोश इगास बग्वाल के पर्व पर भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को आंदोलन के आठवें दिन घनसाली स्वास्थ्य जन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पिलखी अस्पताल के बाहर टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत और स्थानीय विधायक शक्ति लाल शाह का पुतला दहन किया गया।
घनसाली में लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर प्रदर्शन
आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक क्षेत्र की स्वास्थ्य समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं किया जाता, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाए तो आंदोलन को और भी उग्र रूप दिया जाएगा। आक्रोशितों का कहना है कि सरकार के दावों और धरातल की हकीकत में जमीन-आसमान का अंतर है।
घनसाली में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई: आंदोलनकारी
आंदोलनकारियों ने कहा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमराई हुई हैं, जिससे आम जनता लगातार परेशान है। इधर, पिलखी अस्पताल परिसर में चल रहे धरना-प्रदर्शन को विभिन्न सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय जनता का निरंतर समर्थन मिल रहा है। आंदोलनकारियों का कहना है कि यह संघर्ष सिर्फ दो महिलाओं की मौत के लिए न्याय नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने की लड़ाई बन चुका है।


