शनिवार को प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद पिथौरागढ़ का भ्रमण कर तहसील धारचूला पंहुचकर आपदा से हुए नुकशान का जायजा लेते हुए आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी, साथ ही उन्होंने आपदा प्रभावितों को राहत राशि के चैक भी वितरित किए गए। मुख्यमंत्री द्वारा तहसील धारचूला मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर आपदा राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को तत्काल राहत,पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण के कार्यों को तेजी से करने के निर्देश दिए।
उन्होंने क्षेत्र के मृतक व्यक्तियों के प्रति दुःख एवं संवेदना व्यक्त की गई। उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी सरकार उनके साथ खड़ी है और उनकी हर संभव मदद करेगी। धारचूला में माननीय मुख्यमंत्री द्वारा 12 आपदा प्रभावितों को कुल 23 लाख रुपये की धनराशि के चैक वितरित किए गए।
धारचूला आपदा प्रभावित क्षेत्र के भ्रमण के पश्चात माननीय मुख्यमंत्री द्वारा जिला मुख्यालय पंहुचकर नैनीसैनी एयरपोर्ट के विश्राम गृह में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर आपदा से हुए नुकशान की विभागवार समीक्षा की।उन्होंने कहा कि राहत, बचाव एवं पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए रिस्टोरेशन कार्य कराए जाय।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में खाद्यान्न समेत आवश्यक सामग्री की आपूर्ति नियमित रूप से की जाय।
उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद में सड़क,संचार, विद्युत तथा पेयजल समेत सभी मूलभूत सुविधाओं को यथाशीघ्र दुरुस्त करते हुए स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाय,ताकि जनता को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने माननीय मुख्यमंत्री को जनपद में विगत दिनों तेज बारिश से हुए नुकशान तथा मानसूनकाल में हुई दैवीय आपदा से नुकशान तथा उसके उपरांत प्रशासन द्वारा किए गए राहत, बचाव एवं पुनर्निर्माण कार्यों के बारे में विभागवार जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि वर्तमान तक विभिन्न विभागों द्वारा किए गए आंकलन के अनुसार लगभग 100 करोड़ का नुकशान हुवा है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि बंद सड़कों को खोले जाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाय। इस हेतु अतिरिक्त मशीनरी को लगाया जाय। उन्होंने सड़क निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिले में आगामी 7 नवम्बर तक सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने का लक्ष्य रखा गया है, इस हेतु यथाशीघ्र कार्य प्रारम्भ किया जाप, साथ ही उन्होंने सभी सड़क मार्गों में झाड़ी कटान व नाली निर्माण का भी कार्य कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कृषि,औद्यानिकी को भी जितनी क्षति हुई है
उसका भी तुरंत आंकलन किया जाय। बैठक में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने
अवगत कराया कि विगत दिनों हुई भारी वर्षा से जनपद में कुल 105 सड़कें बंद हो गई थी
जिसमें से 66 सड़कों को यातायात हेतु खोल दिया गया है शीघ्र ही सभी सड़कों को यातापात हेतु खोल दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में उच्च हिमालयी क्षेत्र में फसे लगभग 120 पर्यटकों को हैलीकॉप्टर के सुरक्षित निकाल लिया गया है। इसके अतिरिक्त 108 क्षतिग्रस्त पेयजल लाईनों में से 87 लाईनों को अस्थाई रूप से सुचारू कर दिया गया है, भारी वर्षा से जिले के कुल 580 गाँवों में विद्युत व्यवस्था बाधित हो गई थी जिसमें से 559 गाँवों में विद्युत व्यवस्था सुचारू कर दी गई है।
बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री एवं सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों आदि के द्वारा सभी दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा तहसील पिथौरागढ़ के ग्राम सटगल निवासी भगवान राम तथा छाना पांडेय निवासी निर्मला पांडेय को क्रमशः 48 हजार तथा 39 हजार 900 रुपये के चेक वितरित किए गए। बैठक के उपरांत माननीय मुख्यमंत्री द्वारा जनता की समस्याएं भी सुनी।इस दौरान उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर प्रदेश में अलर्ट जारी करते हुए सभी पूर्व तैयारियां की गई जिस कारण प्रदेश में हुई इस भीषण वर्षा में जनहानि को कम कर पाए। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही पुनर्निर्माण के कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे, इस हेतु तेजी से कार्य किया जा रहा है।
भ्रमण के दौरान माननीय मंत्री पेयजल, ग्रामीण निर्माण विशन सिंह चुफाल, उच्च शिक्षा, चिकित्सा एवं आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत,गंगोलीहाट मीना गंगोला,अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा,अध्यक्ष नगर पालिका राजेन्द्र रावत,अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक मनोज सामंत,जिलाध्यक्ष भाजपा वीरेन्द्र वल्दिया,पूर्व दर्जा राज्य मंत्री केदार जोशी महेन्द्र लुंठी, गोविन्दी कोरंगा, जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान,पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह,प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव, मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, अपर जिलाधिकारी फिंचा राम चौहान समेत विभिन्न जनप्रतिनिधि विभागों के अधिकारी आदि मौजूद रहे।