अल्मोड़ा :- : नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कुछ दिनों पहले स्वास्थ्य विभाग में हुई भर्ती की प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। सुश्री आंचल देउपा ने इस मामले में नैनीताल हाईकोर्ट में याचिका पत्र देकर इस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। हालांकि इस भर्ती में प्रतिभागी अन्य आवेदकों ने भी अपना असंतोष जताया था। आरोप था कि इस भर्ती में पादर्शिता का अभाव था। स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय समाचार पत्रों को छोड़कर देहरादून के एक अंग्रेजी दैनिक में गुपचुप ढंग से इसका विज्ञापन प्रकाशित कराया था। जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी यहां पहुंचे तो उनको निराशा हाथ लगी। इस भर्ती प्रक्रिया में पूर्व से आउटसोर्सिग कर्मचारियोंं को 30 अंक का अधिमान दिया गया था। इसी का आधार बनाकर सुश्री आंचल देउपा ने याचिका में उच्च न्यायालय में इस प्रकार अधिमानी अंक देने पर सवाल उठाया और और इसके अन्य आवेदकों के हकों पर कुठाराघात बताया है। इस भर्ती के लिए 26 फरवरी को विज्ञप्ति जारी हुई थी और 8 से 10 मार्च तक अल्मोड़ा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा साक्षात्कार कराए गए थे। एएनएम, स्टाफ नर्स, काउंसलर, लेखाकार, सुपरवाईजर, मनोचिकित्सक, जिला सलाहकार, जिला कार्यक्रम समन्वयक सहित अनेक प्रकार के पदो के लिए यहां आवेदन मांगे गए थे।
नैनीताल उच्च न्यायालय के एडिशनल चीफ स्टैण्डिंग काउंसिल पूरन सिंह बिष्ट की ओर से स्वास्थ्य सचिव उत्तराखंड, निदेशक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी अल्मोड़ा को पत्र भेजकर तत्काल इस मामले में अपना पक्ष रखने को कहा गया है।