जिलाधिकारी वंदना ने गुरुवार को रामनगर कोसी बैराज, भरतपुरी पंपापुरी, बस स्टैंड प्रस्तावित पार्किंग और आपदा प्रभावित क्षेत्रों सावल्दे, चुकम गांव, पंपापुरी आदि जगहों में आपदा प्रभावित गांवों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सभी विभाग के अधिकारियों आपदा के दौरान सतर्क रहने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी वंदना सिंह को उपजिलाधिकारी रामनगर ने बताया कि बीते दिनों भारी बारिश के कारण सावल्दे नदी का जल बहाव सावल्दे गांव की ओर हो गया था , जिस कारण सावल्दे गांव और यहां निवासरत 12 परिवारों की सुरक्षा के दृष्टिगत सिंचाई विभाग, वन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग व अन्य संबंधित विभागों द्वारा सुरक्षात्मक और राहत कार्य किए। तत्काल प्रभाव से वन विभाग और सिंचाई विभाग द्वारा नदी को चैनेलाइज कार्य किया गया। खतरे की जद वाले परिवारों से जिलाधिकारी ने सुरक्षात्मक कार्यों में अपना सहयोग प्रदान करें और संयम बनाए रखने और नदी के बहाव में न जाने की अपील की।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि रामनगर में आपदा के दृष्टिगत कई खतरनाक नाले हैं, जिसमें बरसात के सीजन दिक्कत होती है।जिनमें 2 नालों के लिए स्थाई समाधान ब्रिज बनाने के प्रस्ताव स्वीकृत हो गए हैं। जिसमें धनगढ़ी और पनौद में कार्य शुरु हो गया है।साथ ही अन्य छोटे नालों के चेनेलाइजेशन और प्रोटेक्शन का कार्य किया जा रहा है। जो लोग तेज बहाव वाले नाले, नदी आदि इलाकों के आस पास रह रहे उनको सुरक्षा की दृष्टि से नोटिस दिए जा रहे हैं।साथ ही घर खाली भी कराएं गए हैं। जबकि अति संवेदनशील इलाकों नालों में चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं।ज्यादा बहाव वाले नालों के आस पास रैलिंग, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। उन्होंने तेज बारिश के दौरान बहाव वाले नदी नालों को पार नहीं करने की अपील की। उन्होंने सभी विभाग के अधिकारियों को आपदा से संबंधित तत्कालिक बचाव, सुरक्षा आदि कार्य करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी वंदना ने गर्जिया मंदिर परिसर में हो रहे विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कार्यदाही संस्था सिंचाई विभाग को मंदिर के चारों ओर परिक्रमा पथ-वे बनाने के लिए निर्देशित किया और मंदिर के पद भाग में बने भैरों मंदिर को भी उसे परिक्रमा पथ के अंदर सम्मिलित करने के लिए निर्देशित किया। कोसी नदी में दुकान लगा रहे व्यापारियों को मानसून के दौरान नदी क्षेत्र खाली करने के लिए निर्देशित किया।जिससे किसी प्रकार की जान की हानि ना हो। जिलाधिकारी ने डीएफओ दिगंत नायक और एसडीएम राहुल शाह रामनगर को मंदिर परिसर में पार्किंग और दुकानों की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए संयुक्त रूप से सर्वे कर कार्य करने के लिए निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने रामनगर से ढ़िकला मार्ग पर धनगढ़ी पर एनएच द्वारा बनाए जा रहे पुल का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने एई एनएच द्वारा डीपीआर
और दस्तावेज मौके पर नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की।
तत्पश्चात जिलाधिकारी ने आपदा ग्रस्त गांव चुकम और यहां सिंचाई विभाग द्वारा किए गए सुरक्षात्मक कार्यों का भी स्थलीय निरीक्षण किया। चुकम निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने चुकम वासियों से वार्ता की और उनकी समस्याओं को सुना। जिलाधिकारी के निर्देशों क्रम में चुकम वासियों के लिए कोसी नदी पार करने के लिए राफ्टिंग बोट का प्रबंध किया गया है। मानसून काल के दौरान आपदा की स्थिति से बचने के लिए चुकम वासियों को पूर्व से ही तीन माह का खाद्यान्न, रसोई गैस और आवश्यक दवाएं आदि उपलब्ध करा दिया गया है। जिलाधिकारी ने डीएफओ और एसडीएम रामनगर को चुकम में निवासरत परिवारों के विस्थापन के संबंध में संयुक्त रूप से सर्वे करते हुए गांव वासियों से वार्ता कर प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पंपापुरी में विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी विभाग के कार्य लंबित हैं तो वह मानसून सीजन में उनकी कागजी कार्यवाही पूरी कर मानसून के बाद बेहतर ढंग कार्य शुरू करना सुनिश्चित करें । पंपापुरी में नालियों को सुव्यवस्थित ढंग से तैयार करने के लिए पीडब्ल्यूडी और नगर पालिका रामनगर को निर्देशित किया।
इस दौरान भ्रमण कार्यक्रम में डीएफओ रामनगर, एसडीएम रामनगर, तहसीलदार रामनगर, एआरटीओ परिवहन विभाग, एसडीओ वन विभाग रामनगर, एई सिंचाई विभाग, जल संस्थान, पेयजल निगम एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग आदि विभिन्न संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।