देश के विख्यात पर्यावरणविद और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पुरुस्कार से सम्मानित जगदीश बाबला के ऊपर केंद्रित अभिनंदन ग्रंथ ‘हर दिल अजीज’ का सोमवार को हिमालय पर्यावरण सोसायटी के 45वें स्थापना दिवस पर देहरादून में लोकार्पण किया गया। दून लाईब्रेरी में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्कार, स्तंभकार और कलाकुंज भारती पत्रिका के संपादक पद्म कांत शर्मा प्रभात ने की। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बीके सोनिया व विशिष्ट अतिथि के तौर पर डीएवी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य आईपी सक्सेना उपस्थित रहे।
जगदीश बाबला का पूरा जीवन पर्यावरण संरक्षण को समर्पित रहा। पिछले ढाई दशकों से जगदीश बाबला पर्यावरण संरक्षण को लेकर कार्य कर रहें हैं। जगदीश बाबला अब तक सात लाख से अधिक वृक्ष लगा चुके हैं। देहरादून से शुरु हुआ वृक्षारोपण का ये सिलसिला राज्य के कई हिस्सों तक चला। देहरादून से देवप्रयाग हो या फिर देहरादून से मसूरी, जगदीश बाबला और उनकी टीम के लगाई लाखों वृक्ष सीना ताने खड़े हैं। पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए उन्हे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
विभूतियों ने सराहा
जगदीश बाबला के काम को कार्यक्रम में मौजूद उत्तराखंड की तमाम प्रमुख हस्तियों ने भी सराहा। जगदीश बाबला के कार्यों पर आधारित पुस्तक हरदिल अजीज के लोकार्पण के मौके पर लखनऊ से आए वरिष्ठ साहित्यकार पद्म कांत शर्मा “प्रभात” ने इस अवसर पर कहा ने कहा कि समाज के लिए जीने वाले लोगो को समाज कभी भूलता नही है जगदीश बाबला ऐसे ही एक व्यक्तिव हैं। उन्होंने कहा कि अपने लिए जो जीते हैं वो तो परमात्मा की पूजा करते हैं पर दूसरों के लिए जीने वालो की पूजा ईश्वर खुद करता है। वह प्रभु के सबसे करीब होता हैं प्रिय भी होता है। इसके साथ ही कई अन्य विभूतियों ने भी जगदीश बाबला के काम पर प्रकाश डाला
वहीं इस मौके पर प्रमुख रूप से बी के मुस्कान दीदी, ओपी सकलानी, आरएस नेगी, श्याम सिंह श्याम, भगवान प्रसाद घिल्डियाल, एएम सेमवाल, नदीम वर्नी महेंद्र प्रकाश, अंजू पाण्डे, मनोज अग्रवाल, अमर दीप, जसवीर हलधर, राहुल मार्कण्डेय, जय सिंह रावत, अनिल शास्त्री शरद, एल एम लखेड़ा, रुप चंद्र गुरु जी, आरके सबरवाल, विजय निक्षोन आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हिमालय पर्यावरण सोसायटी की सचिव वर्तिका त्रिपाठी व स्वागत महसचिव रोहित कोचगवे ने किया। अथितियों का आभार पर्यावरण सचिव दीप्ति शर्मा एडवोकेट ने किया ।