उत्तराखंड के पहाड़ ताप रहे हैं तो मैदानी क्षेत्रों में भी सूरज की गर्मी शरीर जला रही है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल इस गर्मी से राहत अभी मिलने वाली नहीं है और 12 अप्रैल तक तापमान में और अधिक वृद्धि हो सकती है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। संभावना है कि ज्यादा तापमान के कारण फसलों एवं सब्जियों को भी काफी नुकसान पहुंचने की संभावनाएं हैं
उत्तराखंड के जंगलों एवं दूसरे क्षेत्रों में लगी आग से बर्फ पिघलने हिमस्खलन जैसी स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग के निदेशक वैज्ञानिक बिक्रम सिंह ने बताया कि 9, 10, 11 और 12 अप्रैल को उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत में सामान्य से बहुत ज्यादा तापमान रहने का अनुमान है। इस दौरान इन जिलों में कुछ स्थानों पर वनाग्नि की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं।
गर्मी के रुख को देखते हुए फिजिशियन डॉ अनुराग नौटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि तापमान के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह जरूरी है कि एहतियात बरती जाए और जब तक आवश्यक ना हो बाहर ना निकले। खासतौर से सीधी धूप के संपर्क में आने से बचने की कोशिश की जाए एवं बाहर की वस्तुओं का सेवन करने से बचें। शरीर में पानी की कमी ना होने पाए इसके लिए स्वास्थ्यवर्धक शुद्ध पेय जैसे नींबू पानी या फलों का रस लिया जा सकता है। साथ ही स्वच्छ पानी का भी आवश्यकतानुसार सेवन करते रहे। तेज गर्मी से आने के बाद फ्रिज का पानी भूलकर भी ना पिए।