8 सितम्बर को शहर के अम्बेडकर पार्क में विभिन्न मजदूर संगठनों समाजिक संगठनों व ट्रेड यूनियनों द्वारा अल्मोड़ा जिले के भिक्याशेंड क्षेत्र में अन्तरजातीय विवाह करने पर दलित व्यक्ति की स्वर्ण द्वारा की गई निर्मम हत्या के विरोध में सभा की गई व स्वर्ण जातिवादी मानसिकता का पुतला दहज दिया गया।
सभा में वस्ताओं ने कहा कि अल्मोडा जिले के भिक्यासैंड क्षेत्र में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के दलित कार्यकर्ता की स्वर्ण द्वारा मात्र इसलिए हत्या कर दी जाती है कि दलित कार्यकर्ता जगदीश ने कुछ दिन पूर्व स्वर्ण जाति की लड़की से प्रेम विवाह किया था। इस पर लड़की के परिजन जगदीश व उसके परिवार से रंजिश रखने लगे थे व जगदीश को मारने के लिए खोज रहे थे इस पर जगदीश व उसकी पत्नी द्वारा अल्मोडा जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। लेकिन अपने जातिवादी या मानसिकता के चलते अल्मोडा जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के जगदीश व उसकी पत्नी को कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई |
1 सितम्बर को जगदीश की पत्नी के परिवार जनों ने अन्य स्वर्ण दंबगों के साथ मिलकर जगदीश का अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी ।वक्ताओं ने कहा कि आजादी के 75 वर्षों के बाद भी सरकारों द्वारा जातिवादी मानसिकता को समाप्त नहीं किया जा सका है उल्टा सरकारें ऐसी मानसिकता को बढ़ावा दे रही है। वर्तमान समय के देश में मौजूद बीजेपी की सरकारें ऐसी पिछडी सोच व मानसिकता को समाज के बढ़ावा देने का काम कर रही हैं। यहाँ अन्तरजातीय विवाह करने पर दलित युवक की हत्या करने से भी परिजन नहीं घबराते और पुलिस प्रशासन व उत्तराखड सरकार की मानों के जूं तक नहीं रेंगती।
समाजिक संगठनों के विरोध पश्चात् पुलिस हरकत में आती है तब तक दलित युवक जगदीश की स्वर्ण मानसिकता से भ्रमित ‘लोग ऑनर फिलिंग (हत्या) कर देते हैं। वक्ताओं ने यहां की आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव आयोजित करने वाली बीजेपी सरकार के मातियों विधायको व नेताओं द्वारा इस घटना की निंदा के एक नहीं कहना उनकी मानसिकता को उजागर कर देता है। सकामे आगे की गई कि इस हत्या कांड के सभी दोषियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ अल्मोड़ा जिले के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को तुरंत बर्खास्त कर सजा दी जाए व मृतक जगदीश के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए।
आज के कार्यक्रम मै निम्न संगठन यूनियन के साथी शामिल रहे-
मजदूर सहयोग केंद्र के अध्यक्ष मुकुल जी, इंकलाबी मजदूर केंद्र, सुरेन्द्र जी, श्रमिक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष दिनेश चंद्र तिवारी, सीपीआई के राजेंद्र प्रसाद गुप्ता जी, समता सैनिक दल के गोपाल गैतम , क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के, शिवदेव सिंह, करोलिया लाइटिंग इम्प्लाइज यूनियन के हरेन्द्र सिंह, यजाकि वर्कर यूनियन के रविन्द्र, परिवर्तन कामी छात्र संगठन के, चंदन, भगवती माइक्रोमैक्स के दीपक सनवाल, सामाजिक कार्यकर्ता महेश कुमार, नरेश कुमार आदि थे।