
लालकुआं
- किसान महासभा का लालकुआं तहसील पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन
- शीघ्रता से समाधान न होने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी
अखिल भारतीय किसान महासभा बिंदुखत्ता कमेटी द्वारा सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल से निकलने वाले कैमिकल युक्त पानी को साफ पानी वाले नाले में छोड़ने से प्रदूषित हुए पानी से लोगों के बिगड़ते स्वास्थ्य और उसमें पल रहे बड़े बड़े मगरमच्छों से हो रहे जान माल के खतरे सहित सात सूत्रीय मांगों के समाधान के सम्बन्ध लालकुआं तहसील में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बाद तहसील प्रशासन के माध्यम से जिलाधिकारी नैनीताल को ज्ञापन प्रेषित किया गया।ये समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, वन मंत्री उत्तराखण्ड सरकार और प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) तराई पूर्वी को भी भेजी गई।




ज्ञापन में कहा गया कि,सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल, लालकुआं से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी द्वारा प्रदूषित किए गए क्षेत्र के नाले के शुरू होने से लेकर बिंदुखत्ता क्षेत्र के – राजीव नगर, घोड़ानाला, पटेलनगर, शास्त्रीनगर तृतीय, सत्रह एकड़, आदर्शनगर आदि- में रहने वाली जनता कई तरह की बीमारियों का सामना कर रही है। प्रदूषित नाले के कारण भूमिगत पेयजल भी पीने योग्य नहीं रह गया है। इसके अतिरिक्त इस प्रदूषित नाले में बड़ी संख्या में मौजूद मगरमच्छों के आतंक से नाले के आसपास रह रहे लोग पीड़ित हैं। कई पालतू पशु मगरमच्छों का शिकार बन चुके हैं। यहां तक कि घास काटने गई तीन महिलाओं को भी मगरमच्छ घायल कर चुका है। वन विभाग को ग्रामीणों द्वारा सूचित किए जाने के बाद भी मगरमच्छों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
धरने को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी ने कहा कि, बिंदुखत्ता की जनता के आंदोलन के बाद कई वर्ष पहले हल्द्वानी की एसडीएम रहीं श्रीमती शकुन्तला गौतम की अध्यक्षता में बनी गौतम समिति की रिपोर्ट में सेंचुरी पेपर मिल के प्रदूषित नाले को भूमिगत करने और वायु प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए अनुशंसा की गई। उसके बाद 2011 में अखिल भारतीय किसान महासभा के आंदोलन के बाद नैनीताल जिले के तत्कालीन जिलाधिकारी श्री शैलेश बगोली की अध्यक्षता में हुई जिले के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक, जिसमें वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे, में सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल द्वारा प्रदूषित किए गए नाले को भूमिगत किए जाने की कार्ययोजना बनाई गई थी, जिसके लिए सवा सात करोड़ रुपए खर्च होने का प्रस्ताव भी रखा गया था। लेकिन जनता की सेहत से खिलवाड़ जारी रखते हुए दोनों ही बार इस पर अमल नहीं किया गया, इसके लिए पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने, और सेंचुरी मिल से अपने काम निकालने वाली राजनीतिक प्रवृति जिम्मेदार रही है। आज हालत यह बन चुके हैं कि इस क्षेत्र का भूमिगत जल पीने योग्य नहीं है, और वायु प्रदूषण चहुं ओर व्याप्त है और यह जल और वायु प्रदूषण कैंसर समेत कई बीमारियों का कारण बन गया है। प्रदूषित नाले में बड़ी संख्या में मौजूद मगरमच्छ जानमाल के लिए खतरा बने हुए हैं। जिला प्रशासन को तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए क्षेत्र की जनता को स्थाई राहत प्रदान करने की दिशा में काम करना चाहिए।
भाकपा माले नैनीताल जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, प्रदूषित नाले में मगरमच्छ लगातार नजर आ रहे हैं, कभी बकरी पर हमला कर देते हैं कभी किसी के घर में घुस जा रहे हैं। महिलाओं और छोटे बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। वन विभाग के संज्ञान में लाए जाने के बावजूद विभाग की निष्क्रियता चकित करने वाली है। लगता है वन विभाग और जिला प्रशासन कार्यवाही करने के लिए किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहा है।
किसान महासभा के जिला अध्यक्ष भुवन जोशी ने कहा कि, क्षेत्र में मगरमच्छों के बढ़ते आतंक की ओर वन विभाग और जिला प्रशासन को बार बार ध्यान आकर्षित करने के बावजूद की जा उपेक्षा और उदासीनता के चलते हम अखिल भारतीय किसान महासभा के नेतृत्व में मगरमच्छों को पकड़ने, प्रदूषण के लिए जिम्मेदार नाले को भूमिगत करने व उससे संबंधित अन्य मांगों पर लालकुआं तहसील पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है यदि शीघ्रता से समाधान नहीं किया गया तो क्षेत्रीय जनता अनिश्चितकालीन आंदोलन को बाध्य होगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
सात सूत्रीय मांग पत्र –
- सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल के कैमिकल से प्रदूषित नाले को भूमिगत किया जाय।
- मगरमच्छों के आतंक से जनता को निजात दिलाने के लिए उनको पकड़कर क्रोकोडाइल पार्क खटीमा भेजा जाय।
- प्रदूषित नाले के आसपास की जनता के लिए स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
- नाले के किनारे के कच्चे रास्तों को पक्की सड़क में तब्दील किया जाय और नाले को पार करने के लिए पुलिया का निर्माण कराया जाय।
- नाले की सफाई कराई जाय।
- सेंचुरी पेपर मिल के वायु प्रदूषण पर रोक लगाई जाय।
- सेंचुरी पेपर मिल के जल और वायु प्रदूषण की मार झेल रही जनता को सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल में रोजगार में प्राथमिकता दी जाय।
धरना प्रदर्शन में आनन्द सिंह नेगी, भुवन जोशी, आनन्द सिंह सिजवाली, विमला रौथाण, डा कैलाश पाण्डेय पुष्कर दुबड़िया, किशन बघरी, गोविन्द जीना, चन्दन राम,नैन सिंह कोरंगा, धीरज कुमार, राजेंद्र तुलेरा, देसराज सिंह, निर्मला शाही, राम किशन, कमल जोशी, हरीश भंडारी, प्रमोद कुमार, दान सिंह मेहरा, वीर भद्र भंडारी, अनीता अन्ना, त्रिलोक राम, बिशन दत्त जोशी, दौलत सिंह कार्की, मीना बाई, प्रेमा बाई, इंद्रा बाई, कुंती, कुसुम, रेशमा, जानकी, नीमा, गंगा बिष्ट, बहादुर सिंह बिष्ट, ललिता, लाल चंद, राजकुमारी, गंगा राम आर्य, राजेंद्र शाह, बुद्ध राज, ललित जोशी, अंबा दत्त, दीवान सिंह, राजेश, इंद्रमणि, आनंद दानू, पूरन बृजवासी, त्रिलोक सिंह दानू, भुवन कर्नाटक, बलबीर, ओमप्रकाश, राजेंद्र शाह, राम सिंह, धन सिंह, बहादुर राम, कमली, दीपा कार्की, हेमा देवी आदि समेत बड़ी संख्या में जनता ने भागीदारी की।
