चंपावत और पिथौरागढ़ जिले की लाइफ लाइन माने जाने वाला टनकपुर-पिथौरागढ़ एनएच पांच दिन बाद खुल गया है. बता दें भारी बारिश से गुरुवार को स्वाला के पास मार्ग बह गया था. जिस कारण आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई थी. रास्ते में सैंकड़ों वाहन और यात्री फंस गए थे.
चंपावत के डीएम के निर्देश पर एनएच की मशीनों ने रात दिन काम कर पांचवे दिन स्वाला में बंद पड़े एनएच को आवाजाही के लिए खोल दिया है. पुलिस कर्मियों के द्वारा सावधानी पूर्वक रास्ते में फंसे हुए वाहनों को सुरक्षित तरीके से निकाला गया. एनएच खुलने से चंपावत के साथ-साथ पिथौरागढ़ जिले की जनता और फंसे हुए यात्रियों ने राहत की सांस ली.
यात्रियों ने ली राहत की सांस
एनएच के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार ने बताया स्वाला में एनएच खोलने के लगातार प्रयास किए गए. पहाड़ी से लगातार आ रहे मलबे और पत्थर के कारण एनएच को खोलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया एनएच को आज खोल वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है. जिसके बाद यात्रियों ने ली राहत की सांस ली.
वाहन चालकों से की जा रही सावधानी बरतने की अपील
अधिशासी अभियंता ने कहा एनएच में जिस स्थान में खतरा बना हुआ है उन्होंने वाहन चालकों से वहां से सावधानीपूर्वक वाहन निकालने की अपील की जा रही है. इसके साथ ही लोहाघाट की पाटन नर्सरी में बहे एनएच में वैकल्पिक मार्ग तैयार कर लिया गया है. जिसमें वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है. अन्य जगहों में बंद पड़े एनएच को खोल दिया गया है.
NH को हुआ तीन करोड़ से अधिक का नुकसान
अधिशासी अभियंता ने बताया इस आपदा में एनएच को तीन करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है. वहीं पांच दिन से लगातार एनएच बंद होने से चंपावत लोहाघाट और पिथौरागढ़ जिले में जरूरी वस्तुओं की किल्लत होने लगी थी. लोग सड़क में जगह-जगह फंसे हुए थे. हालांकि प्रशासन के द्वारा लोगों के रहने और खाने की पूरी व्यवस्था की थी