
रुड़की (हरिद्वार): हरिद्वार जिले के पिरान कलियर थाना क्षेत्र से लापता होटल कारोबारी के बेटे के किडनैपिंग केस का पुलिस ने मंगलवार को सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक फिरौती के लिए अगवा किए गए 20 वर्षीय अनवर की उसी दिन हत्या कर दी गई थी और शव को गंगनहर में फेंक दिया गया। हत्या के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल शव की तलाश गंगनहर में सर्च ऑपरेशन के ज़रिए की जा रही है।
शनिवार शाम से लापता था अनवर, फिरौती के लिए आया था फोन
घटना 6 सितंबर शनिवार की है। बेडपुर गांव निवासी और होटल कारोबारी नसीर का 20 वर्षीय बेटा अनवर, रोज की तरह होटल जाने के लिए दोपहर बाद घर से निकला था। लेकिन वह होटल नहीं पहुंचा और शाम 4 बजे के बाद से उसका मोबाइल बंद हो गया। देर रात तक जब अनवर वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की।
इसी बीच रात को अनवर के जीजा जुबैर के मोबाइल पर अनवर के ही नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि लड़का हमारे पास है, अगर उसे जिंदा देखना चाहते हो तो 25 लाख रुपए का इंतजाम करो। इस कॉल के बाद परिवार में हड़कंप मच गया। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने तुरंत सीआईयू और कलियर थाना पुलिस की संयुक्त टीमें गठित कीं। थाना प्रभारी रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में फॉरेंसिक टीम को भी जांच में लगाया गया। घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इस दौरान जो डिजिटल सुराग पुलिस को मिले वो अमजद और उसके साथी तक पहुंचते थे।
दिव्यांग टेलर और उसका साथी निकले आरोपी, क्राइम सीरियल देखकर रचा था प्लान
जांच में सामने आया कि होटल कारोबारी नसीर के होटल में पिछले सात साल से बतौर टेलर काम कर रहा अमजद (33) और उसका दोस्त फरमान उर्फ लालू (32) ने ही वारदात को अंजाम दिया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने यू-ट्यूब पर क्राइम पेट्रोल जैसे सीरियल देखकर प्लान तैयार किया था। उन्हें उम्मीद थी कि फिरौती की मोटी रकम मिल जाएगी।
टेलर की दुकान में की गई थी अनवर की गला घोंटकर हत्या
आरोपियों ने बताया कि शनिवार शाम 4 बजे के करीब अनवर को दुकान में बुलाया गया जहां दोनों ने मिलकर उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद शव को एक प्लास्टिक के बोरे में डाला गया और छिपा दिया गया।
बाइक से शव ले जाते वक्त टायर पंचर हुआ, फिर ई-रिक्शा से पहुंचाया गंगनहर
हत्या के बाद शव को बाइक पर रखकर धनौरी रोड की ओर ले जाया गया। लेकिन बीच रास्ते में बाइक पंचर हो गई। इसके बाद अमजद ने ई-रिक्शा किराए पर लिया और खुद चलाकर फरमान के पास पहुंचा। दोनों ने शव को ई-रिक्शा में लादकर सुमन नगर के पास गंगनहर में फेंक दिया।
गंगनहर में लाश फेंकने के बाद की गई फिरौती की कॉल
लाश फेंकने के बाद दोनों कलियर मेले में पहुंचे और वहां भी कुछ देर तक घूमे। इसके बाद अमजद ने अनवर के ही मोबाइल से उसके जीजा जुबैर को फोन कर कहा लड़का हमारे पास है कल तक 25 लाख रुपए का इंतजाम कर लो। यह कॉल केवल भ्रम फैलाने के लिए की गई थी क्योंकि उस वक्त तक अनवर की हत्या हो चुकी थी।
पुलिस के मुताबिक, कई बार फिरौती के लिए किया गया कॉल और मैसेज
अगले दिन आरोपी अमजद ने दोबारा अनवर के मोबाइल से कॉल कर जुबैर को रात 1 बजे पतंजलि फ्लाईओवर पर बुलाया। फिर वहां से समय बदलकर रात 10:30 बजे भगवानपुर फ्लाईओवर बुलाया गया लेकिन आरोपी खुद वहां नहीं गया। इसके बाद उसने फोन स्विच ऑफ कर दिया।
हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दोनों हत्यारोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उनका अपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है और हत्या, अपहरण, फिरौती की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं गंगनहर में शव की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही शव बरामद कर लिया जाएगा।