पुलिस ने 21 जुलाई की रात्रि को ग्रंथी के बाल काटने के मामले का खुलासा कराते हुए 3 युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ग्राम प्रधान जुम्मा और इकबाल को फंसाना चाहते थे।
मामले का खुलासा करते हुए एएसपी सरिता सिंह ने बताया कि 21 जुलाई की रात्रि 9.15 बजे अलवर के रामगढ़ में मिलकपुर रोड पर ग्रंथी गुरबख्श सिंह (42) को चार युवकों ने बाइक से उतारा और मारपीट कर उनकी आंखों में मिर्च झोंक दी और उनके केश काट दिये। आरोपी युवक बार-बार जुम्मा का नाम ले रहे थे। जब पुलिस ने जांच-पड़ताल की तो पता चला कि जुम्मा को फंसाने के लिए सुंदर नाम के युवक ने यह साजिश रची थी। बृहस्पतिवार को अलवर पुलिस ने ग्रंथी के केश काटने की घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी सुंदर (19) पुत्र दलवीर, साथी मौसम (21) पुत्र जाकिर व शौकत पुत्र (22) रोशन को गिरफ्तार कर लिया। जबकि इनका चौथा साथी टिंडा उर्फ फारुख (20) पुत्र अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। सभी आरोपी रामगढ़ कस्बे के मिलकपुर गांव के रहने वाले हैं।
एएसपी सरिता सिंह ने बताया सुंदर का मिलकपुर निवासी एक विवाहित युवती के साथ पिछले 2 साल से अफेयर चल रहा है। युवती अपने पति को छोड़कर एक बार सुंदर के साथ भाग गई थी। तब ग्राम प्रधान जुम्मा और युवती के देवर इकबाल ने पुलिस के जरिए युवती को बरामद कर उसके पति के पास पहुंचा दिया था। जिस पर प्रेमी सुंदर ग्राम प्रधान जुम्मा और युवती के देवर इकबाल को अपने रास्ते से हटाना चाहता था।
सुंदर ग्रंथी गुरबख्श सिंह को पहले से जानता था। इसलिए उसके आने-जाने का रास्ता उसे पता था। गुरबख्श की सुंदर के पिता दलवीर से दोस्ती थी। ऐसे में उसने गुरबख्श सिंह को ही अपना शिकार बना दिया। सुंदर ने अपने तीन दोस्तों शौकत, मौसम और फारुख को अपनी साजिश में शामिल किया और 21 जुलाई की रात्रि को अलावड़ा श्मशान घाट के पास रात लगभग 9.15 बजे अलावड़ा मोड़ से मोटर साईकिल पर जाते गुरबख्श को रोक लिया। एक आरोपी ने फोन करने का नाटक किया और कहा कि मिलकपुर का एक सरदार पकड़ा है। गुरबख्श कुछ समझता इससे पहले चारों ने उसे घेरा और उसकी आंखों में मिर्च झोंक दी। उसके साथ मारपीट की और फिर गुरबख्श के बाल काट दिए।
गुरुबख्श कहता रहा कि चाहे मेरी गर्दन काट दो लेकिन केश मत काटो। आरोपियों ने फिर फोन करने का नाटक किया और कहा कि जुम्मा…ये कोई गुरुबख्श है…जो खुद को सीकरी का बता रहा है। इसके बाद उन्होंने गुरुबख्श को छोड़ दिया। उन्होंने ऐसा इसलिए किया कि ग्रंथी यह समझे कि उसके साथ यह सबजुम्मा के कहने पर किया गया है। जिससे पुलिस जुम्मा को गिरफ्तार कर ले।
मामला संवेदनशील होने के कारण पुलिस रात्रि में ही गुरबख्श से मिलने अस्पताल पहुंची और बयान दर्ज किये। एएसपी सरिता सिंह व डीएसपी रामगढ़ के नेतृत्व में एसआईटी बनाकर पुलिस की 4 टीमें गठित की गईं। मामले में लगभग 58 लोगों से पूछताछ की गई। इसके बाद तीनों आरोपियों को गांव मिलकपुर से गिरफ्तार कर लिया गया।