एक कलयुगी पिता का क्रूर चेहरा सामने आया है, जिसने अपने ही चार बच्चों की बलि देने के लिए उन्हें नहर में फेंक दिया, हालांकि गनीमत रही कि तीन बच्चों को सकुशल निकाल लिया गया है, जबकि एक बच्ची लापता है। लापता मासूम बच्ची की तलाश में पुलिस और ग्रामीण गोताखोर जुटे हुए हैं, हालांकि देर शाम तक उसकी तलाश नहीं हो सकी। इधर पुलिस ने बच्चों को नहर में फेंककर भागे पिता को कड़ी मशक्कत के बाद हिरासत में ले लिया। बड़ी संख्या में नहर पुल पर ग्रामीण एकत्रित हो गए।
क्रूरता की इस घटना को अंजाम दिया है गांव अमापुर थाना क्षेत्र के गांव शेखपुर हुंडा निवासी पुष्पेंद्र ने। पिता अपने 12 वर्षीय बेटे सोनू, आठ वर्षीय बेटी प्रभा, नौ वर्षीय बेटी काजल और चारव र्षीय बेटी नैना को घर से किसी बहाने से बुलाकर ले गया। थाना सहावर क्षेत्र के अंतर्गत गांव खितौली के समीप पुलिया पर चारों बच्चों को खड़ा किया और एक-एक कर में धक्का दे दिया। फिर पिता वहां से भाग गया।
मौके से गुजर रहे लोगों ने जब घटना देखी तो घबरा गए। कुछ ग्रामीण गोताखोरों ने नहर में छलांग लगा दी। बड़ा बेटा सोनू तैरकर किनारे पहुंच चुका था, जबकि प्रभा और नैना को ग्रामीण गोताखोरों ने बाहर निकाल दिया। काजल की तलाश देर शाम तक होती रही, लेकिन लापता काजल का सुराग नहीं लगा है।
सीओ सहावर दीप कुमार पंत, कोतवाली प्रभारी सहावर सिद्धार्थ तौमर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। लापता मासूम की तलाश शुरू कराई। बच्चों को फेंककर भागने वाले पिता की तलाश शुरू की। काफी मशक्कत के बाद गांव के समीप से ही उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। देर शाम तक उससे पूछताछ चलती रही, लेकिन उसने पुलिस को अभी तक स्पष्ट नहीं बताया है।
सुबह मायके चली गई थी पत्नी
सोमवार की सुबह पुष्पेंद्र की पत्नी कमलेश अपनी ससुराल शेखपुर हुंडा से अपने मायके सोरों कोतवाली क्षेत्र के गांव होडल पुर चली गई थी। सुबह आपस में पति-पत्नी के बीच गृह क्लेश की चर्चा भी मौके पर हो रही थी। माना जा रहा है कि इसी गृह क्लेश में पिता ने अपनी चार संतानों को नहर में फेंक दिया।।
पिता ने अपने चार बच्चों को नहर में फेंका। सोनू ने तैरकर अपनी जान बचा ली। प्रभा और नैना को भी सकुशल नहर से बाहर निकाल लिया गया है। काजल की तलाश की जा रही है। पिता को हिरासत में ले लिया गया है। पूछताछ जारी है- दीप कुमार पंत, सीओ सहावर