लखनऊ में पूर्व अफसर की बेटी से गैंगरेप के तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं. इसमें से दो आरोपी चाय की दुकान चलाने वाले हैं, जबकि एक एंबुलेंस चालक है. आरोप है कि तीनों ने मिलकर केजीएमयू में डिप्रेशन का इलाज कराने आई युवती से चलती कार में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. इस घटना के करीब हफ्ते भर बाद लड़की ने वारदात की पूरी कहानी बताई तो परिजनों द्वारा पुलिस में मामला दर्ज कराया गया. केस दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर वजीरगंज पुलिस ने तीनों आरोपियों को धर दबोचा.
बता दें कि पूरा मामला किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के गेट के पास का है, जहां पांच दिसंबर को इस वारदात को अंजाम दिया गया था. युवती केजीएमयू में डिप्रेशन का इलाज करा रही थी. वह KGMU के गेट पर चाय स्टॉल लगाने वाले सत्यम की दुकान पर नाश्ते-पानी के लिए जाती थी. इस दौरान उसकी सत्यम से जान-पहचान हो गई.
बताया जा रहा है कि घटना वाले दिन जब युवती सत्यम के स्टॉल पर चाय पीने गई तो उसने अपना फोन चार्ज करने की बात कही. इसपर सत्यम ने उसे पास में खड़ी एंबुलेंस में मोबाइल चार्ज करने की बात कहकर फांस लिया. सत्यम के कहने पर युवती ने फोन एंबुलेंस में चार्जिंग पर लगा दिया और बाहर इंतजार करने लगी.
इसी बीच चालक मरीज को लाने की बात कहकर एंबुलेंस लेकर चला गया और काफी देर तक नहीं लौटा. इसपर युवती ने सत्यम से फोन के बारे में पूछा तो उसने नई चाल चल दी. सत्यम उसे एंबुलेंस तक ले जाने की बात कहकर KGMU से दूर लेकर गया और कथित तौर पर गाड़ी में बैठा लिया.
जहां सत्यम, सुहैल और आलम ने उसके साथ गैंगरेप किया. इससे पहले उन्होंने युवती को नशीला पदार्थ खिलाया था, ताकि वो बेहोशी की हालत में विरोध ना कर पाए. वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी युवती को लखनऊ के एक चौराहे पर उतारकर फरार हो गए.
केस दर्ज, आरोपी गिरफ्तार
10 दिसंबर को पीड़िता के परिजनों की ओर से वजीरगंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई. जिसके 12 घंटे बाद तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376डी (गैंगरेप), 342, 323, 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. डीसीपी (पश्चिम) के मुताबिक, आरोपियों को रविवार की देर रात बाजारखाला इलाके से गिरफ्तार किया गया.