प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदि कैलाश के बाद अब ज्योलिंगकांग से गुंजी पहुंच गए हैं। गुंजी पहुंचने पर पीएम मोदी का रं समाज के लोगों ढोल नगाड़ों के साथ उनका स्वागत कर रहे हैं। बता दें कि धारचूला का रं समाज सामाजिक परंपराओं की वजह से आज भी अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है।
धारचूला का रं समाज आज भी सामाजिक परंपराओं की वजह से अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें रं समाज की महिलाएं या पुरुष नौकरी, शिक्षा या फिर किसी दूसरी वजह से धारचूला से बाहर रहते हों तो वो अपनी विशिष्ट सामाजिक परंपराओं से बंधे होने से अपनी जड़ों से अलग नहीं हो पाते।
इसके साथ ही यहां पर किसी नवविवाहित जोड़े को विवाह के कुछ समय बाद ही सामूहिक प्रीतिभोज के लिए गांव आना होता है। ऐसे ही बेटी भी शादी के बाद मैती यानी ईष्ट देव की पूजा के लिए मायके जरूर आती है।