उत्तराखंड की शांत पहाड़ी वादियों में अब अपहरण की घटनाएं भी शुरू हो चुकी हैं। बुधवार को कपकोट से दो नाबालिग का अपहरण कर लिया गया था और इस संबंध में फिरौती भी मांगी गई थी। वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया, लेकिन देर रात अल्मोड़ा और बागेश्वर एसओजी टीम ने अपहरणकर्ताओं को खैरना के पास पकड़ लिया।
जिसमें एक आरोपी अभी फरार चल रहा है, जिसके लिए पुलिस लगातार धरपकड़ कर रही है, कपकोट क्षेत्र के सूपी, पतियार गाँव निवासी दो नाबालिग बच्चे कपकोट अस्पताल दवाई लेने आए थे, जिन्हें बाजार में चार युवक मिले जिसमें एक स्थानीय युवक भी शामिल था। जिसे वह अच्छी तरह से पहचानते थे, पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पालड़ीछीना कपकोट और रुद्रपुर के रहने वाले हैं।
वही यह चरस तस्करी में भी लंबे समय से लिप्त बताया जा रहा है। क्षेत्र में यह चर्चा है कि चारों युवक किसी गाड़ी को खरीदने के लिए आए थे, लेकिन उनका काम नहीं बना और वह दोनों नाबालिगों को अपहरण कर ले जा रहे थे। साथ ही रास्ते से उन्होंने फिरौती के नाम पर दो लाख रुपये की रकम भी नाबालिग के परिजनों से मांगे।
जिस पर परिजनों द्वारा बीस हजार रुपये और बाद में 62हजार रुपये गूगल-पे के माध्यम से अपहरणकर्ताओ को धनराशी भी दे दी। बागेश्वर पुलिस द्वारा अल्मोड़ा पुलिस से भी इस संबंध में मदद मांगी गई, जिसके बाद अल्मोड़ा एसओजी की टीम भी सक्रिय हो गई। फोन नंबर को सर्विलांस में लगाया गया और लोकेशन अल्मोड़ा क्षेत्र के पास मिली। सीओ विपिन पंत ने बताया कि रात 10:30 बजे अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।