बदायूं के बिनावर थाना क्षेत्र के गांव तिसंगा निवासी प्रेम सिंह की हत्या उसकी पत्नी पूनम ने ही कराई थी। पूनम के प्रेम सिंह के फुफेरे भाई यादराम से संबंध थे। वह काफी समय से प्रेम सिंह को रास्ते से हटाने की योजना बना रही थी।
22 अक्तूबर को यादराम ने प्रेम सिंह को घर से बुलाकर ले जाने के बाद पहले शराब पिलाई और फिर अपने भांजे शोभित और दोस्त अफसर के साथ मिलकर उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी। शव गन्ने के खेत में फेंक दिया। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर मंगलवार शाम जेल भेज दिया।
एसएसपी डाॅ. ओपी सिंह ने प्रेम सिंह हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 28 अक्तूबर को सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में गांव सनाय और बसंतनगर के बीच गन्ने के खेत में एक युवक का सड़ा-गला शव मिला था। तीन दिन तक पहचान न हो पाने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद उसका अंतिम संस्कार करा दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटने से मौत की पुष्टि हुई थी। गले में चादर का टुकड़ा भी कसा मिला था। घटना के खुलासे में सिविल लाइंस इंस्पेक्टर गौरव बिश्नोई और एसओजी प्रभारी धर्वेंद्र सिंह को लगाया गया था। सोमवार को परिवार वालों ने कपड़े और फोटो देखकर शव की प्रेम सिंह के रूप में पहचान की थी।
इसके बाद पुलिस ने गांव जाकर तमाम लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि प्रेम सिंह के फुफेरे भाई यादराम का उसके घर आना-जाना था। इसी दौरान उसके पूनम से संबंध हो गए।
यादराम बरेली के थाना बिशारतगंज थाना क्षेत्र के गांव इस्माइलपुर का रहने वाला है। इसके बारे में गांव के तमाम लोगों को जानकारी थी। पुलिस ने यादराम और पूनम को हिरासत लेकर सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने सच्चाई उगल दी।
यादराम ने बताया कि वह 22 अक्तूबर को बिनावर आया था। वहीं उसने वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव रोटा निवासी अपने भांजे शोभित और मूसाझाग के गुलड़िया निवासी अपने दोस्त अफसर को बुला लिया।
इसके बाद उन्होंने योजना के तहत प्रेम सिंह को बिनावर बुलाया। नजदीक में ही निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे पर बैठकर प्रेम सिंह के साथ शराब पी। नशा होने पर बाइक से प्रेम सिंह को सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के गांव अन्नी ले गए। वहां एक चादर से टुकड़ा फाड़कर उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी।
गांव के कोटेदार को फंसाना चाहती थी पूनम
बकौल पुलिस, प्रेम सिंह की हत्या में पूनम गांव के कोटेदार को फंसाना चाहती थी। जब थाना पुलिस उसके पास पहुंची और घटना के बारे में जानकारी ली तो उसने सीधे कोटेदार पर हत्या का आरोप लगाया। वह अपने प्रेमी को बचाना चाह रही थी, लेकिन जब कई और लोगों से जानकारी ली गई और साक्ष्य मिले तो उसकी योजना फेल हो गई।