पुलिस ने साईबर फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़ कर 20 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी करने वाले दो शातिर को गिरफ्तार किया है. आरोपी लोगों को लॉटरी और अन्य लुभावने उपहार जीतने का लालच देकर लिंक भेजकर ठगी को अंजाम देते थे. गिरोह का तीसरा सदस्य जबलपुर और बिहार में बैठकर पूरी ठगी को अंजाम देता था. जो पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पांच सितम्बर को योगेश कुमार अग्रवाल निवासी मुख्य बाजार ने तहरीर दी थी. तहरीर में योगेश ने बताया था कि कुछ लोगों ने उन्हें फेक कॉल कर उनके नाम से 50 लाख रुपये लोटरी खुलने की बात बताते हुए मैसेज के माध्यम से एक लिंक भेजा. उक्त ने बताया कि जीती गई धनराशी को लिंक के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं.
हरिद्वार बायपास रोड से गिरफ्तार हुए आरोपी
पीड़ित ने बताया ऐसा करने पर उन्होंने लिंक को क्लिक किया तो उक्त व्यक्तियों ने उनके अकाउंट से 20 लाख रुपए धोखाधड़ी से निकाल लिए. तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. मोबाइल सर्विलांस और मुखबिर की सूचना पर ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटना में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने आईएसबीटी हरिद्वार बायपास रोड से गिरफ्तार किया.आरोपियों की पहचान अमन (26) पुत्र सुनील दत्त निवासी मुजफ्फरनगर और ईशान त्यागी (28) पुत्र संजीव त्यागी निवासी गाजियाबाद के रूप में हुई है.
ऐसे देते थे ठगी को अंजाम
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके द्वारा अलग-अलग लोगो को फोन कर लॉटरी और अन्य लुभावने उपहार जीतने का लालच देकर उन्हे एसएमएस भेजा जाता है. जैसे ही उक्त व्यक्तियों द्वारा एसएमएस में दिये हुए लिंक को क्लिक किया जाता है. उनके अकाउंट की सारी डिटेल उन्हें मिल जाती है. जिसके बाद वे उनके अकाउंट से ऑनलाइन ट्रांसेक्शन कर पैसे को अपने एक अन्य सहयोगी रोहन निवासी मध्य प्रदेश के अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं. बता दें रोहन पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा है. जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है