धारचूला से लिपूलेख जाने वाले मोटर मार्ग में बुधवार को भारी भूस्खलन हुआ है। इस हादसे में सड़क के दोनों तरफ खड़े वाहन बाल बाल बच गए। भूस्खलन रुकने के बाद मार्ग से मलुवा हटाकर मार्ग को दोबारा खोला गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिथौरागढ़ जिले में आदि कैलाश और ओम पर्वत दर्शनों वाले मोटर मार्ग में आज भारी भूस्खलन देखने को मिला। इस क्षेत्र में मार्ग चौड़ीकरण के लिए बोल्डरों की ब्लास्टिंग और पहाड़ों की कटिंग चल रही है। इन पहाड़ियों में बन रहा मार्ग भारत की सीमा को सीधे चीन, तिब्बत और नैपाल की सीमाओं से जोड़ता है। बताया जा रहा है कि दोपहर में पहाड़ से मलुवा और मिट्टी खिसककर नीचे गिरने लगी। माहौल में खतरा भांपते ही मार्ग निर्माण कंपनी के अधिकारियों ने दोनों तरफ से आ जा रहे ट्रैफिक को कुछ दूरी पर रोक दिया गया। देखते ही देखते पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा भरभराकर गिर गई। पहाड़ी से गिरे बोल्डरों के साथ धुन्ध आ गई। पहाड़ी का मलुवा मार्ग के नीचे बहने वाली काली नदी में जा गिरा। इस मार्ग के बंद होने से मार्ग के दोनों ओर गाड़ियां की लंबी लंबी कतारें लग गई। कुछ देर बाद पत्थर और मलुवा गिरना बंद होने के बाद सड़क से मलुवा उठाकर मार्ग को दोबारा सुचारू किया गया