रामगढ़ में विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय खोले जाने का रास्ता साफ हो गया है। तत्कालीन केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के कार्यकाल में इस विश्वविद्यालय को बनाए जाने की सैद्धांतिक सहमति मिली जिसके बाद लोकसभा में केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट द्वारा इस विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर सवाल उठाया गया जिसके बाद वर्तमान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य सरकार ने विश्व भारतीय केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर के लिए भूमि दिए जाने को लेकर पत्र लिखा था आखिरकार केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट के प्रयासों से उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट में इस विश्वविद्यालय के लिए भूमि देने का निर्णय हो गया है जिसके बाद लोगों में खुशी का माहौल है कि देश का बड़ा संस्थान नैनीताल जिले के रामगढ़ में स्थापित होगा।
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री व नैनीताल उधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्र से सांसद अजय भट्ट ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित रवींद्रनाथ टैगोर के रामगढ़ स्थित आवास के पास केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा विश्व भारतीय केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर खोले जाने और उसके लिए भूमि चयन की प्रक्रिया पूरी होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तत्कालीन केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और वर्तमान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया है।गौरतलब है कि पूर्व में केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने लोकसभा सदन में विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय खोले जाने को लेकर सवाल उठाया था जिसके बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य सरकार को विश्वविद्यालय के भूमि की व्यवस्था को लेकर पत्र लिखा था जिसके बाद केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने राज्य सरकार से अनुरोध किया की तत्काल इस विश्वविद्यालय के लिए भूमि उपलब्ध कराई जानी चाहिए
जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में भूमि का मसला भी साफ हो गया केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय का परिसर यहां खोलना न सिर्फ सांस्कृतिक और शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है बल्कि क्षेत्र के विकास के लिए भी यह एक मील का पत्थर साबित होगी।