हल्द्वानी। देवभूमि ट्रक ऑनर्स महासंघ द्वारा पर्वतीय क्षेत्रो हेतु माल -भाड़ा किराया बढ़ाये जाने के बाद आरटीओ द्वारा वाहन परमिट रद्द करने की कार्यवाही से भड़के ट्रक ऑनर्स महासंघ ने आज प्रेस को जारी बयान में कहा कि हमनें आरटीओ द्वारा निर्धारित दरों का कोई उलंघन नहीं किया है, सिर्फ 10 प्रतिशत ही अपनी दरें बड़ाई है जो 15 जुलाई 2022 को स्टेट ट्रांसपोर्ट एथॉरिटी द्वारा निर्धारित किराया भाड़ा से अभी भी कम है, जबकि 2022 से आज तक महंगाई, टैक्स, आरटीओ, डीजल आदी के रेट कहीं अधिक बढ़ चुके है। बावजूद अगर ट्रांसपोर्ट विभाग कोई कार्यवाही हमारे विरुद्ध करता है तो ट्रांसपोर्ट ब्यापारी अपनी गाड़िया और चाबीयां आरटीओ को सौप हड़ताल पर चलें जायेंगे।
इस दौरान महासंघ के अध्यक्ष राकेश जोशी ने कहा कि वर्ष 2022 में जो महंगाई थी और आज जो महंगाई है क्या उसमें समानता है। आटा 22 रूपये था आज 32 रूपये है, जिस गाड़ी का मूल्य 18 लाख था आज 22 लाख है, पर्यावरण संरक्षण हेतु गाड़ियों में इस्तेमाल किए जाने वाला यूरिया बाल्टी तब 630 रूपये थी आज 1420 रूपये है, सीमेंट 280 रूपये था आज 380 रूपये है, ड्राइवर की सैलरी तब 18 हजार थी आज 24 हजार है, इंश्योरेंस की कीमतों में पांच से छ: हजार रूपये की वृद्धि हो गई, 2022 में 162 जीएसडब्लू का रोड टैक्स 4600 रूपये था आज 5400 रूपये है, टायर की क़ीमत चालीस हजार से इक्कावन हजार हो गई, मेंटेनेन्स चार्ज में पच्चीस प्रतिशत और फिटनेस चार्ज में पंद्रह से बीस प्रतिशत की बड़ोंत्तरी हो गई। बावजूद जो दरे 2022 में निर्धारित थी क्या 2024 में भी महंगाई बढ़ने के बाद जायज है। लिहाजा हम सरकार एवं प्रशासन से मांग करते है कि ओवर लोड रोके और परमिट रद्द करने की धमकी देने के बजाय 2024 में बड़ी हुई महंगाई के अनुरूप किराया दरें निर्धारित करते हुए ट्रांसपोर्ट ब्यापारियों को सहयोग करें। अन्यथा हम ट्रांसपोर्ट ब्यापारियों को काम रोक हड़ताल पर जाना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी स्वयं सरकार एवं प्रशासन की होगी।
इस दौरान ट्रक ऑनर्स महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश जोशी, हल्द्वानी नगर अध्यक्ष भाष्कर जोशी, सचिव गिरीश मेलकनी, हरीश मेहता, संघटन मंत्री ललित पाठक, उपाध्यक्ष रोहित रौतेला, गोपाल सिंह न्याल, संरक्षक दया किशन शर्मा, शिव सिंह, नविन उप्रेती, सदस्य महेन्द्र बिष्ट, संजय पाठक, प्रवक्ता हरजीत सिंह चड्डा, उमेश पाण्डे, बृजेश तिवारी सहित कई ट्रांसपोर्ट ब्यापारी उपस्थित रहें।