रुद्रपुर: किच्छा रोड पर ट्रंचिंग ग्राउंड में स्थित कूड़े का पहाड़ को हटाकर शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनाने की कवायद लंबे समय से की जा रही है। इसको लेकर नगर निगम ने प्रस्ताव बनाकर डीएम के समक्ष रखा है। ट्रंचिंग ग्राउंड से पूरा कूड़ा हटाने के लिए 15 जून तक की मोहलत मांगी गई है।
नगर निगम की ओर से एक सितंबर को कराए गए सर्वे में ट्रंचिंग ग्राउंड में 53 हजार टन कूड़ा था। कूड़े के पहाड़ को हटाने के लिए निगम की ओर से भारत सरकार के उपक्रम रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन स्टडीज के विशेषज्ञों की मदद लेने के साथ ही दिल्ली की एक कंपनी को कूड़ा हटाने का जिम्मा सौंपा गया। 53 हजार टन के अलावा ट्रचिंग ग्राउंड में रोजाना शहर से एकत्र होने वाले 120 टन कूड़ा भी डाला जा रहा था।
दिल्ली की कंपनी ने दिसंबर से कूड़ा हटाने का कार्य शुरू किया था और तीन महीने में कूड़े का पहाड़ खत्म करने की बात की थी। इधर कंपनी की ओर से लगातार समय मांगा गया। अब कंपनी को पूरा कूड़ा हटाने के लिए 15 जून तक का समय दिया गया है। इधर कूड़े का पहाड़ लगातार घटने के बाद अब निगम खाली जमीन होने पर इस्तेमाल की कवायद में जुटा है। निगम ने जमीन से कूड़ा हटने के बाद चारों ओर बांस का प्लांटेशन कराने के साथ ही शॉपिंग कॉम्पलेक्स की योजना बनाकर निगम के प्रशासक के समक्ष रखी है।
कूड़े का कैसे हो रहा इस्तेमाल
ट्रंचिंग ग्राउंड में कूड़े का निस्तारण कर बायो सॉयल और डेरिवेटिव फ्यूल रियूज बन रहा है। बायो सॉयल का इस्तेमाल निगम अपने कार्यों में कर रही है, जबकि डेरिवेटिव फ्यूल रियूज को कंपनी ट्रकों से जबलपुर में कूड़े से बिजली बना रही कंपनी को सप्लाई कर रही है।
ट्रंचिंग ग्राउंड का कूड़ा अगले 15 से 20 दिन में समेटने का लक्ष्य रखा गया है। नगर निगम ने कूड़ा हटाने के बाद जमीन को व्यवसायिक रूप से विकसित करने का प्रस्ताव बनाया है। इससे मिलने वाले रुपये से निगम नए ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए जमीन खरीदने के साथ ही बची राशि वेलफेयर के कार्यों में खर्च कर सकेगा। कूड़ा हटाने के बाद निगम अधिकारियों को प्रस्ताव बनाकर शासन में भेजने को कहा गया है। – उदयराज सिंह, डीएम/ प्रशासक नगर निगम रुद्रपुर