उत्तराखंड में चार दिन से लगातार भारी बारिश अब जान पर भारी पड़ रही है। रविवार देर रात सल्ट के पीपना गांव में मकान गिरने से एक ग्रामीण की मौत हो गई। उधर, भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में 122 सड़कें बंद हो गई। बरसात के बाद भूस्खलन से एक नेशनल हाईवे, 11 स्टेट हाईवे और 10 मुख्य सड़कें बंद हैं।
अल्मोड़ा के सल्ट ब्लॉक स्थित पीपना गांव में रविवार की रात भारी बारिश के बीच मकान गिरने से ग्रामीण की मौत हो गई।
रात में पीपना गांव में गिरा मकान
रविवार रात अल्मोड़ा जिले के सल्ट ब्लॉक स्थित पीपना गांव में लक्ष्मण सिंह पुत्र मूर सिंह का मकान गिर गया। सुबह सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने मकान का मलबा हटाया तो उसके नीचे 62 वर्षीय लक्ष्मण सिंह मृत हालत में मिले। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
लगातार बारिश से खुल नहीं पा रही सड़कें
हालांकि विभाग ने देर सांय तक 35 सड़कों पर यातायात बहाल कर दिया था। इसके बाद अब बंद सड़कों की संख्या 89 रह गई है। हालांकि जो सड़कें खोली गई हैं वह भी लगातार बारिश की वजह से लगातार बंद हो रही हैं। इससे राहगीरों को खासी मुश्किल हो रही है।
कुमाऊं में सड़कों को ज्यादा नुकसान
लोनिवि के बुलेटिन के अनुसार कुमाऊं के जिलों में ज्यादा बारिश होने से सड़कें अधिक बंद हैं। अकेले नैनीताल जिले में ही 35 सड़कें बंद हैं। जबकि चंपावत में बंद सड़कों की संख्या 18 है। इसी तरह अन्य जिलों में भी बड़े स्तर पर सड़कें बंद चल रही हैं। लोनिवि के प्रमुख अभियंता अयाज अहमद ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में एक एनएच, 11 स्टेट हाईवे और 10 मुख्य सड़कें बंद हैं।